चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर – शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय रामनगर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 77 वी जयंती पर गोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने कहा कि युवाओं को वोट का अधिकार व संचार क्रांति देश के लिए राजीव गांधी की ही देन है। जिसके लिए वो सदैव देशवासियों के दिलों में अमर रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और संबद्ध उद्योगों को बढ़ावा दिया। इनमें से एक तरीका ऐसे उद्योगों विशेषकर कंप्यूटर, एयरलाइंस, रक्षा और दूरसंचार पर आयात कोटा, करो और शुल्को को कम करना था। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री किशोरी लाल ने कहा कि कंप्यूटरीकृत रेलवे टिकट की शुरुआत के बाद भारतीय रेलवे का आधुनिकरण किया गया। उन्होंने कहा कि वे खुद युवा थे और उन्होनें युवाओं को सशक्त बनाने की मांग की। उसके लिए उन्होंने संविधान का 61 वां संशोधन अधिनियम 1989 में पारित किया गया था जिसमें मतदान की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी गई थी। इस कदम ने राज्यों में लोकसभा सांसदों और विधायकों को चुनने के लिए युवाओं को 18 वर्ष की उम्र में वोट डालने का अधिकार दे दिया था। उन्होंने कहा कि युवा सोच वाले राजीव गांधी को 21वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है। प्रदेश सचिव कांग्रेस डॉक्टर निशांत पपनै ने कहा कि 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया। महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष हरि प्रिय सती ने कहा कि एक ही कार्यकाल में कई ऐसे कार्य उन्होंने किए इसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। युवा सोच वाले राजीव गांधी को 21वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है। गोष्टी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य नरेश कालिया, ब्लॉक अध्यक्ष देशबंधु रावत, सभासद विमला आर्य, दिनेश लोहनी, अतुल अग्रवाल, लीलाधर जोशी, ताईफ खान आदि ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष डी सी हर्बोला, धारा बल्लभ पांडे, मोहम्मद यूसुफ, वीरेंद्र लटवाल, भरत रावत, लीलाधर जोशी, नजाकत अली, बलवंत लटवाल, उमाशंकर गुप्ता, प्रकाश चंद, रघु लाल, सतीश छिमवाल, प्रकाश बेलवाल, ललित जोशी, जयपाल रावत, प्रेम जैन, महेंद्र आर्य, देवेंद्र चंदोला, वीरेंद्र सिंह, अजय मेहता, मोहम्मद अजर, चांद खान, महेश पांडे, राजेश नेगी, गोपाल रावत, नवीन तिवारी, आफाक हुसैन, मोइन खान, अतुल पन्डित आदि मौजुद रहे।


