हरिद्वार। भूखंड बेचने के नाम पर हुए कई सौ करोड़ के घोटालो में जैसे-जैसे पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ रही है। वैसे वैसे कई नए चेहरों की भूमिका भी उजागर हो रही है। पुलिस तफ्तीश में प्रॉपर्टी डीलर से संत बने एक आरोपी का जेल जाना तय है। उसकी गिरफ्तारी के लिए ठोस साक्ष्य एकत्र कर चुकी एसआईटी कभी भी उसकी गिरफ्तारी कर सकती है। आरोपी प्रॉपर्टी डीलर सत्तारुढ़ दल के नेताओं का संरक्षण पाकर एसआईटी पर दबाव बनाने में भी जुटा है।
बहादराबाद क्षेत्र में ऑक्टोगन बिल्डर के भूमि घोटाले की परत रोजाना खुलकर सामने आ रही है। पिछले दिनों बहादराबाद पुलिस ने बिल्डर कुलदीप नंदराजोग, उसकी सहयोगी युवती को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस समय आरोपी के खिलाफ बहादराबाद थाने में चालीस से अधिक मुकदमें दर्ज होने की बात सामने आई थी। अभी गैंगस्टर एक्ट में बिल्डर के पिता समेत कई आरोपी फरार चल रहे है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले की गहनता से जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी थी।
एसआईटी की जांच में बिल्डर से जुड़े एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर का नाम भी सामने आया है, जिसने ही पीड़ितों से इकरारनामे किया थे। फर्जीवाड़े में शामिल आरोपी प्रॉपर्टी डीलर ने भगवा धारण करते हुए अपनी पहचान भी बदल ली है। पहचान बदलने के पीछे उसका मकसद फर्जीवाड़ से खुद को बाहर निकालना है, इसके लिए वह रसूखदार संतों से लेकर नेताओं की शरण में है। लेकिन पुलिस महकमा उसे बख्शने के मूड में नहीं है। एसआईटी सूत्रों की माने तो जल्द ही आरोपी संत की गिरफ्तारी हो सकती है, उसके खिलाफ प्रर्याप्त साक्ष्य एकत्र हो चुके है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि संत की भूमिका को लेकर पड़ताल में साक्ष्य मिले है, जल्द ही एसआईटी कार्रवाई करेगी।