चन्द्रशेखर जोशी
कोसी खनन से जुड़े मजदूर एवम कूड़ा बीनने वाले परिवारों के तीन सौ से अधिक बच्चों के लिए पुछड़ी में जनसहयोग से चलने वाले ज्योतिबाफुले व सावित्रीबाई फुले सांयकालीन स्कूलों का वार्षिकोत्सव आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ।
वार्षिकोत्सव की विधिवत शुरुआत ज्योतिबा फुले,सावित्रीबाई फुले,डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ प्रदीप रावत,महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो गिरीश पन्त समेत अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण से हुई।
ततपश्चात संविधान की उद्देशयिका”हम भारत के लोग”का सामूहिक वाचन किया गया।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ज्योति बा फुले,सावित्रीबाई फुले द्वारा 175 वर्ष पहले वंचित समुदायों के साथ साथ विशेष रूप से बालिका शिक्षा के लिए चलाए गए अभियानों पर केंद्रित नाटक रहा।
नाटक में पिंकी ने साबित्री बाई, आरिश ने ज्योतिबाफुले, प्रियांशु आर्य ने उसमान शेख, राबिया ने फातिमा शेख व बबली, काजल, वसीम,चंचल, मनीषा ने विद्यार्थी की भूमिका निभाई।संविधान दिवस को ध्यान में रखते हुए दिखाए गए नाटक ने भी वाही वाही लूटी।
इस नाटक में रितेश ने भीमराव अम्बेडकर,दीपक ने राजेंद्र प्रसाद, शिवम ने सच्चिदानंद स्वामी का व शिवा, प्रिन्स कुमार व शुभम अन्य ने जनप्रतिनिधि की भूमिका अदा की। प्रतिभागी बच्चों द्वारा कुमाउनी,गढ़वाली लोकनृत्यों के साथ साथ जाने माने बाल गीतकारों के गीतों पर भी नृत्य प्रस्तुत किये गए।
संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ प्रदीप रावत ,प्रो गिरीश पन्त समेत अनेक अन्य वक्ताओं ने एक साल से जन सहयोग से चल रहे इन स्कूलों को पूर्ण सहयोग का वादा करते हुए विद्यालय संचालकों के जज्बे की सराहना की।
विद्यालयों के संचालक नवेन्दु मठपाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।सभी बच्चों को जलपान करवाने के साथ साथ प्रतिभागी बच्चों को ढेरों पुरुस्कार भी दिए गए।
सुमित कुमार ,महक अंसारी,कशिश अंसारी व मुस्कान के संयुक्त संचालन में हुए इस कार्यक्रम में डॉ डी एन जोशी,वरिष्ठ आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी,व्यापारी नेता मनमोहन अग्रवाल,ट्रेड यूनियन नेता कैलाश पांडे,सुभाष गोला,नन्दराम आर्य,गिरीश मैंदोला, ग्राम प्रधान मनोनीत मो ताहिर, राकेश कुमार, डोली देवी, शमीना, रुखसार, गुंजन देवी, वीरपाल सिंह, नईम, साईस्ता, इकरार समेत बड़ी संख्या में अभिवावक उपस्थित रहे।


