मेरठ। मेरठ जनपद के हस्तिनापुर क्षेत्र में भीमकुंड गंगा घाट पर मंगलवार, 18 अक्टूबर को बड़ा हादसा हो गया। सुबह आठ बजे करीब 24 25 लोगों को लोगों को गंगा नदी पार करा रही नाव डूब गई। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। करीब एक दर्जन लोगों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। अभी कई लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। सूचना मिलते ही डीएम और एसएसपी मौके पर डटे हैं।
बताया गया कि करीब दो दर्जन लोग नाव से गंगा पार कर रहे थे, इसी दौरान नाव गंगा में डूब गई। नाव के गंगा में डूबते ही हाहाकार मच गया। आनन-फानन कुछ लोगों को बचा लिया गया, लेकिन कई लोग अभी लापता है। हादसे की खबर से शासन-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा है।
मुख्यमंत्री ने नाव हादसे का लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ नाव हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिलाधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और एनडीआरएफ की टीम को मौके पर जाकर राहत कार्य को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारी मौके पर
सीएम योगी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवान, एसडीएम अखिलेश यादव, तहसीलदार आकांक्षा जोशी साहित दर्जनों अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। अधिकारी राहत-बचाव कार्य शुरू कराने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे हुआ था हादसा
हस्तिनापुर क्षेत्र के भीमकुंड गंगा घाट पर पुल की एप्रोच रोड टूटने से गंगा में अवैध नाव संचालन किया जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब दो दर्जन लोगों और एक दर्जन मोटरसाइकिल से भरी नाव बीच गंगा की धारा में पहुंची तो नाव का बैलेंस बिगड़ गया। इस दौरान नाव गंगा की धारा में समा गई।
देर से बचाव कार्य शुरू करने से नाराजगी
बताया गया कि हादसे के करीब तीन घंटे बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है। वहीं गंगा में डूबे लोगों के परिजन गंगा के किनारे पर विलाप कर रहे हैं। वे अपने परिवार के लोगों को ढूंढने की लगातार मांग कर रहे हैं।
मोनू शर्मा का मिला शव
अभी तक राहत-बचाव में मोनू शर्मा निवासी जानी का शव मिला है। मोनू टावर लगाने का काम करता था। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि 12 लोग अभी तक सुरक्षित बच चुके हैं।
शिक्षक लापता
वहीं, हस्तिनापुर निवासी अध्यापक महेश चंद पुत्र बलवंत अभी लापता हैं। महेश की पत्नी सरोज ने बताया कि वह जलीलपुर ब्लॉक के धीवर पूरा गांव में अध्यापक थे। वे रोजाना सुबह स्कूल के लिए जाते थे।
स्थानीय लोगों ने कई की जान बचाई
वहीं स्थानीय लोगों की मदद से दर्जनों लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन कई लोग गंगा में डूब गए। उधर, मामले की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अलावा आसपास के सैकड़ों लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे।
इन्हें सुरक्षित बचाया
1. अमरीश पुत्र प्रेम सिंह दरियापुर
2. अरुण पुत्र हरिराम
3. इजराइल पुत्र रहीस
4. मनीष पुत्र हरनारायण
5. रवींद्रा पत्नि धर्मचंद
6. सोहन पाल पुत्र रिंकू
7. देवेंद्र पुत्र संता सिंह
8. लिकन पाल पुत्र प्रीतम सिंह
9. सोनू चौहान
10. अंकित चौहान