चन्द्रशेखर जोशी
लेखपाल संघ की बहिष्कार को लेकर राजस्व सचिव से देहरादून में हुई वार्ता
राजस्व सचिव को देहरादून में लेखपाल संघ ने सौंपा ज्ञापन
मूल वेतन के बराबर अतिरिक्त वेतन तथा कार्य की अधिकता को देखते हुए प्रत्येक राजस्व उप निरीक्षक को एक लिपकीय कार्मिक दिए जाने की मांग
उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष हुकम चन्द्र पाल के नेतृत्व में उत्तराखण्ड लेखपाल संघ ने पांच सूत्रीय ज्ञापन देहरादून में राजस्व सचिव सचिन कुर्वे को सौंपा।
देहरादून वार्ता से रामनगर लौटने पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तारा चन्द्र घिल्डियाल ने प्रेस को बताया कि लेखपाल संघ अपनी पांच सूत्रीय मांग के लिए विगत 6 माह से अतिरिक्त क्षेत्रों के कार्य बहिष्कार पर है।
घिल्डियाल ने बताया कि विगत कई वर्षों से तहसील में रिक्त लेखपाल क्षेत्रों को नहीं भरा जा रहा है और न ही लेखपाल क्षेत्रों का पुनर्गठन हो पाया। बदलते समय में बढ़ते हुए जनसंख्या घनत्व के कारण कार्य की अधिकता के कारण लेखपालों को शारीरिक,मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है किन्तु आज तक कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ।
लेखपालों पर अतिरिक्त कार्य होने के कारण गत वर्षो में सेवा का अधिकार, सूचना का अधिकार, विभिन्न आयोगों के पत्र,शासन प्रशासन की जांच सम्बन्धी प्रकरण तथा प्रमाण पत्रों एवं मूल कार्य भूलेख आदि कार्य समय से पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं। जिसके कारण सदस्यों पर शास्तियाँ व अन्य दण्ड आरोपित होने के साथ-साथ कार्यशैली भी धूमिल हो रही है।
वार्ता में लेखपाल संघ ने कहा कि यदि सरकार अतिरिक्त क्षेत्रों के कार्य हेतु मूल वेतन के बराबर अतिरिक्त वेतन तथा कार्य की अधिकता को देखते हुए प्रत्येक राजस्व उप निरीक्षक को एक लिपकीय कार्मिक उपलब्ध कराती है, तो संघ कार्य बहिष्कार वापस ले लेगी। जिस पर राजस्व सचिव ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए अपर सचिव आनन्द श्रीवास्तव को आवश्यक कार्यवाही कर कार्यवृत्त जारी करने के निर्देश दिए।
वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष हुकम चन्द्र पाल,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तारा चन्द्र घिल्डियाल,प्रान्तीय महामंत्री ओमप्रकाश,प्रान्तीय उपाध्यक्ष विनोद कुमार,हरिद्वार अध्यक्ष देवेश घिल्डियाल,देहरादून अध्यक्ष संगत सिंह सैनी उपस्थित रहे।