Corbet Tiger Reserve-पूर्व में नर बाघ,जिसकी उम्र लगभग 06-07 वर्ष है,को ढेला स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर में लाया गया था,जिसके उपरान्त डॉ० दुष्यन्त शर्मा,वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी,कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा अवगत कराया गया कि प्रथम दृष्टया उक्त नर बाघ आपसी संघर्ष के दौरान घायल हुआ है।
डॉ० दुष्यन्त शर्मा,वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी की निगरानी में उक्त नर बाघ का उपचार किया जा रहा था। उपचार के दौरान दि०-20.05.2024 को नर बाघ की मृत्यु हो गई। मृत नर बाघ का शव विच्छेदन आज दि०-20.05.2024 को रेस्क्यू सेंटर ढेला में निम्नानुसार पशुचिकित्साधिकारियों यथा 1-डॉ० मंजुल कांडपाल,सर्जरी एवं रेडियोजॉली,गोविन्द बल्लभ पन्त प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पन्तनगर, 2-डॉ० एम० करीकलन, वैज्ञानिक वन्य प्राणी केन्द्र,भारतीय वन्यजीव अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर बरेली,3-डॉ० हिमांशु पांगती,वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी,चिडियाघर, नैनीताल,4-डॉ० राहुल सती,
वरिष्ठपशुचिकित्साधिकारी,पश्चिमी वृत्त हल्द्वानी तथा 5-डॉ० आयुष उनियाल, पशुचिकित्साधिकारी,का पैनल गठित कर कार्यवाही की गयी। तत्पश्चात् श्री दिगन्ध नायक, उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व,डॉ० दुष्यन्त शर्मा, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी,कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी,कालागढ़, भानुप्रकाश हर्बोला,वन क्षेत्राधिकारी, बेला, कुन्दन सिंह खाती, सेवानिवृत्त
उप प्रभागीय वनाधिकारी तथा एन०टी०सी०ए० द्वारा नामित सदस्य, ए०० अन्सारी, मोहान, मेराज अनवर,
प्रतिनिधि,डब्लू०डब्लू०एफ०, चन्द्रशेखर सुयाल,प्रतिनिधि द कार्बेट फाउण्डेशन,सिद्धार्थ रावत, वन दरोगा, असलम खान, वन आरक्षी, वेला रेंज व अन्य कर्मचारी की उपस्थिति में शव का मौका पंचनामा तैयार कर उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों के समक्ष शव को एन०टी०सी०ए० के मानकों के अनुसार समस्त अंगों सहित जलाकर नष्ट कर दिया गया।


