देहरादून/नई दिल्ली/हल्द्वानी। कार्बेट हलचल
उत्तराखंड, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार देर रात भूकंप (Earthquake) के तेज झटके लगे। दो बार में तेज झटके लगने से उत्तराखंड के कई शहररों में लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके देर रात 1.58 बजे महसूस किए गए। कुछ रुककर दो बार तेज झटके लगने से नींद में सोए लोग भी जाग गए और घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र रहे नेपाल में तीन लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक डोटी जिले में एक घर गिरने से इन लोगों की मौत हुई है।
रिक्टर स्केल पर 6.3 रही भूकंप की तीव्रता
विशेषज्ञों के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 से अधिक थी। उत्तराखंड में देहरादून, हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, अल्मोड़ा, हरिद्वार में भूकंप की सूचना एक-दूसरे को बताने और इसे कनफर्म करने के लिए देर रात फोन घनघनाने लगे। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश औ के जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।
नेपाल के मणिपुर में रहा केंद्र
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक इसका केंद्र नेपाल के मणिपुर में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि उत्तर भारत में महज पांच घंटे के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इससे पहले मंगलवार रात आठ बजकर 52 मिनट पर लखनऊ समेत यूपी के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.9 मापी गई थी। वहीं नेपाल में यह मंगलवार को 24 घंटे के भीतर तीसरा भूकंप का झटका रहा।
देर रात घबरा गए लोग
देहरादून में रात में काम करने वाले पूरन सिंह बिष्ट ने बताया कि मैं ऑफिस में था जब मेरी सीट हिलने लगी। कार्यालय में भूकंप का अलार्म बज गया जिसके बाद हम वहां से बाहर निकल के आ गए। हम 10 मिनट के बाद वापस अंदर गए।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक टैक्सी चालने बताया कि मैं सवारी लेकर जा रहा था, तभी भूकंप के झंटके महसूस हुए। कार में सवार सवारी उतरी गई। हमने थोड़े समय के लिए इसे महसूस किया।
रेलवे स्टेशन मौजूद एक सवारी ने बताया कि हम एक ऑटो से उतर रहे थे कि हमें झटके महसूस हुए। ऑटो चालक भी डर गया, मैंने चारों ओर देखा तो दूसरों को भी झटके महसूस हुए। इसके तुरंत बाद मैं रुक गया।