रामनगर:-जानलेवा हमले का षड्यंत्र रचने वाले साढ़े तीन साल से फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इनामी राशि पच्चीस हजार रुपए से बढ़ाकर पचास हजार रुपए कर दी है। आरोपी की इससे पूर्व दो घरों की कुर्की भी हो चुकी है। लेकिन इसके बाद भी वह पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए फरार रहने में सफल रहा।
जानकारी के अनुसार यह लोमहर्षक घटनाक्रम साल 2019 को 2 अक्तूबर गांधी जयंती के दिन दोपहर को तब हुआ था था जब लछमपुर नया आबाद बैलपोखरा निवासी चंद्रशेखर टम्टा पुत्र केशराम को दो अज्ञात हमलावरों ने उनके छोई स्थित फार्म बलवीर गार्डन में घुसकर उन पर जान से मारने के इरादे से अंधाधुंध गोलियां चला दी थी। इस जानलेवा हमले में चंद्रशेखर को दो गोलियां लगी थी। जिसमें से एक गोली चंद्रशेखर के गले में लगी थी। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए थे। चंद्रशेखर को हल्द्वानी इलाज के लिए ले जाया गया था। दूसरी ओर इस मामले में चंद्रशेखर के पुत्र हेमंत शेखर ने इस प्रकरण का कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस जांच में हमलावरों की सीसीटीवी फुटेज निकालने पर उनके प्रोफेशनल शूटर होने की पुष्टि हुई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस सीसीटीवी की फुटेज में दिख रहे हमलावरों को पकड़ने में कामयाब हुई थी।
गिरफ्तार शूटरों का कहना था कि उन्होंने चंद्रशेखर के भूमि पार्टनर नई दिल्ली निवासी महेश आगरी के कहने पर इस घटना को अंजाम दिया था। जिस पर पुलिस ने मुकदमे में महेश आगरी को षड्यंत्रकारी मानते हुए उसे नामजद किया था। पुलिस ने महेश की गिरफ्तारी के प्रयास किए तो वह अपने दिल्ली स्थित घर से फरार हो गया। जिस पर पुलिस ने न्यायालय के आदेश से महेश के दो घरों की कुर्की के बाद भी उसके फरार रहने पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर पच्चीस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। लेकिन इसके बाद भी वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया था। जिसके बाद कुमाउं पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे की ओर से फरार महेश की गिरफ्तारी के लिए इनामी राशि को पच्चीस हजार रुपए से बढ़ाकर पचास हजार रुपए कर दी गई।
मामले में कोतवाल अरूण कुमार सैनी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।