भारतीय सेना में हवलदार पद पर कार्यरत हल्द्वानी निवासी की मौत

ख़बर शेयर करें -

भारतीय सेना में उत्तराखंड के वीर जवान अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर खड़े रहते हैं और हमारे राज्य उत्तराखंड से कई जवान अक्सर भारतीय सेना में जाने के लिए हर मुमकिन प्रयास करते हैं और अपनी काबिलियत के दम पर भारतीय सेना में सोच कर देश की रक्षा भी करते हैं.

इस समय की बड़ी और दुखद खबर भारतीय सेना से सामने आ रही है जानकारी के अनुसार बता दें कि हल्द्वानी निवासी हवलदार की अरुणाचल प्रदेश में मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि बुधवार को म्यांमार बाॅर्डर पर अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी।

यह भी पढ़ें 👉  मनसून के बाद जंगलों में सजी रहे तैयारियां, कॉर्बेट में लौटेगा पर्यटकों का हुजूम!

अस्पताल लेकर जाने पर डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गुरुवार रात 9.30 बजे हवलदार का पार्थिव शरीर उनके घर हल्द्वानी पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। आज रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।

मूलरूप से ग्राम धामदेवल गनाई रानीखेत जिला अल्मोड़ा व हाल भगवानपुर जय मां दुर्गा कॉलोनी ऊंचापुल निवासी 52 साल के शंकर दत्त पालीवाल पुत्र नारायण दत्त पालीवाल 40 असम राइफल्स अरुणाचल प्रदेश में बतौर हवलदार तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी म्यांमार बॉर्डर पर लगी थी।

यह भी पढ़ें 👉  रामनगर में अब ऑटो का इंतजार करना हुआ खत्म, रामनगर में हिटो हिट एप लॉन्च

लेकिन निधन के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। हवलदार शंकर दत्त मई महीने में घर आए थे और जल्द दोबारा आने की बात कहकर वापस ड्यूटी पर गए थे। उनके निधन से परिवार में कोहराम मच गया।


बुधवार की सुबह शंकर दत्त म्यांमार बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। साथी जवान उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। आर्मी के अधिकारी उनके निधन को हार्ट अटैक मान रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  अब हर गांव पहुंचेगी डिजिटल क्लास: उत्तराखंड में 840 स्कूलों को मिला स्मार्ट टच

लेकिन निधन के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। हवलदार शंकर दत्त मई महीने में घर आए थे और जल्द दोबारा आने की बात कहकर वापस ड्यूटी पर गए थे। उनके निधन से परिवार में कोहराम मच गया।

Ad_RCHMCT