राज्य के गढ़वाल मंडल में बंदरों के आतंक की खबरें सामने आती जा रही है इसी क्रम में एक बार फिर से बंदरों के द्वारा उत्पाद और एक व्यक्ति को घायल करने की खबर रुद्रप्रयाग जिले से सामने आ रही है यहां के केदारघाटी के ऊखीमठ क्षेत्र में बंदरों के आतंक से ग्रामीण काफी परेशान हैं. आए दिन बंदर लोगों पर हमला कर लहूलुहानकर रहे हैं. बंदरों के आतंक के लिए नौनिहालों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है. महिलाएं भी बाहर नहीं निकल पा रही हैं. इतना ही नहीं बंदर घरों में भी घुस रहे हैं. आज भी बंदरों ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया. जिसमें वो बुरी तरह से जख्मी हो गया।
बता दें कि बीते लंबे समय से ऊखीमठ नगर पंचायत क्षेत्र में बंदरों का आतंक बना हुआ है. स्थानीय जनता प्रशासन, वन विभाग और नगर पंचायत को कह-कहकर थक चुकी है, लेकिन कोई भी जनता की बातों को नहीं सुन रहा है. जिस कारण हर दिन घटनाएं घट रही हैं और लोग परेशान हो चुके हैं. बीते दिन ओंकारेश्वर वार्ड में अपने घर की छत में टहल रहे श्याम सिंह बिष्ट पर अचानक से बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया. बंदरों से बचने के लिए उन्होंने छत से छलांग लगाई और उनके पैर में चोट आ गई।
मंगलवार को ओंकारेश्वर मंदिर के पास वीर सिंह रावत पर भी बंदरों के झुंड ने अचानक से हमला कर सिर पर गहरे घाव कर दिए. जिसके बाद उन्हें पीएचसी ऊखीमठ में भर्ती कराया गया. जहां पर उनका उपचार किया गया. वहीं, खूंखार बंदर वृद्ध महिलाओं और स्कूली बच्चों पर ज्यादा हमले कर रहे हैं.
जिससे लोग आवाजाही करने में भी डर रहे हैं. ओंकारेश्वर मंदिर के पास बंदरों के काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही है. इस संबंध में कई बार स्थानीय लोगों की ओर से शासन को ज्ञापन भी भेजा गया, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. जिससे लोगों में काफी नाराजगी है।ऊखीमठ नगर क्षेत्र में दो महीने के भीतर बदरों के हमले की 20 से ज्यादा घटनाएं घट चुकी हैं, लेकिन बंदरों को पकड़ने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।


