देहरादून। कॉर्बेट हलचल
कुमाऊं के प्रसिद्ध तीर्थस्थलों को नई पहचान दिलाने के लिए मानसखंड कॉरिडोर को चारधाम यात्रा से जोड़ने की पहल की जा रही है। प्रधानमंत्री इस कॉरिडोर को नई पहचान दिलाने के लिए बुलाए जाएंगे। वह पिथौरागढ़ स्थित नारायण आश्रम में प्रवास कर सकते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री से इसके लिए अनुरोध करेंगे कि वे यहां प्रवास करें।
राज्य सरकार बना रही मानसखंड कॉरिडोर
बुधवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का सीमांत क्षेत्रों के प्रति विशेष लगाव है। ऐसे गांव उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नारायण आश्रम और मायावती आश्रम में प्रवास करें। सरकार मानसखंड कॉरिडोर बना रही है। कैलाश यात्रा का मार्ग भी तैयार हो रहा है। मंशा है कि चारधाम यात्रा पर जो यात्री आएं वे मानसखंड गलियारा में शामिल तीर्थस्थलों में भी जाएं।
विश्व मानचित्र पर आएंगे मायावती और नारायण आश्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री से इन स्थलों में प्रवास करने का अनुरोध करेंगे। यह बात सही है कि इन स्थलों की पहले से ही पहचान है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जब मायावती आश्रम और नारायण आश्रम में रुकेंगे, तो वे विश्व मानचित्र पर आ सकेंगे।
स्वदेश दर्शन में माणा और नारायण आश्रम शामिल
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वदेश दर्शन योजना में माणा और नारायण आश्रम शामिल हैं। इस योजना के तहत इन दोनों स्थलों में विकास कार्य होंगे। इन पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे।