वाशिंगटन, एजेंसी।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को पृथ्वी को उल्कापिंडों से बचाने के लिए किए गए परीक्षण में सफलता मिली है। नासा ने मंगलवार को डार्ट मिशन के परिणामों की घोषणा की है। नासा मुख्यालय ने बयान जारी कर कहा, डार्ट मिशन के तहत स्पेसक्राफ्ट की टक्कर से उल्कापिंड की दिशा बदल गई है। नासा ने कहा, क्षुद्रग्रह डिमोरफोस की कक्षा को स्थानांतरित करने में अंतरिक्ष एजेंसी को बड़ी सफलता मिली है।
उल्कापिंड से स्पेसक्राफ्ट की टक्कर
गौरतलब है कि नासा ने यह देखने के लिए डार्ट मिशन के तहत अपने स्पेसक्राफ्ट की टक्कर उल्कापिंड से करवाई थी कि यदि भविष्य में कोई उल्कापिंड पृथ्वी की ओर आता है तो उसे इस तरह की टक्कर से पृथ्वी पर आने से रोका जा सके और उसकी दिशा बदली जा सके।
उल्कापिंड का मलबा फैला
इससे पहले नासा ने जानकारी दी थी, कि उल्कापिंड से टक्कर होने के बाद अंतरिक्ष में मलबा 10 हजार किलोमीटर तक फैल गया है, लेकिन इस मिशन के परिणामों की घोषणा अब की गई है। करीब दो हफ्ते पहले चिली के एक टेलीस्कोप द्वारा ली गई तस्वीर से पता चला कि नासा के ‘डार्ट’ अंतरिक्ष यान की टक्कर ने जिस उल्कापिंड को तोड़ा था उसका मलबा हजारों किलोमीटर के दायरे में फैला है।
26 सितंबर को टक्कर मारी गई थी
‘डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट’ (डार्ट) के अंतरिक्षयान ने डाइमॉरफोस नाम के उल्कापिंड को 26 सितंबर को टक्कर मारी थी डाइमॉरफोस वास्तव में डिडमोस नाम के क्षुद्रग्रह का पत्थर था।


