हल्द्वानी। पत्रकारों को खुद को विजिलेन्स टीम बताकर सिचांई विभाग के कर्मी से 1 लाख रूपये की रंगदारी मांगना महंगा पड़ गया। पुलिस ने मामले में 2 पत्रकारों व एक चालक को रंगदारी मांगने में गिरफ्तार किया है। जबकि एक महिला पत्रकार फरार बताई जा रही है।
बता दें कि कैनाल कॉलोनी, कालाढूंगी रोड निवासी सिंचाई विभाग के क्लर्क उमेश चन्द्र कोठारी पुत्र षष्टी बल्लभ कोठारी ने शिकायत दर्ज कराई कि महिला समेत चार लोगों ने खुद को विजिलेंस कर्मचारी बताकर उसकी वीडियो वायरल करने और जान से मारने की धमकी देते हुए एक लाख रूपये की रंगदारी मांगी। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
एसपी क्राइम डॉ जगदीश चन्द्र ने खुलासा करते हुए बताया कि मामले में तीन आरोपियों भूपेन्द्र सिंह पुत्र रणधीर सिंह निवासी निकट विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज बाजपुर, सुन्दर सिंह पुत्र हयात सिंह निवासी कॉलोनी नं 2 गूलरभोज व सौरभ गावा पुत्र किशन लाल गांवा निवासी गली नं 3 शान्ति बिहार रूद्रपुर को मनिहार गोठ टनकपुर जिला चम्पावत से रंगदारी में वसूली गयी धनराशि व घटना में प्रयुक्त वाहन संख्या यूके06 बीए 4534 सहित गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में तीनों ने बताया कि उन्होंने सिंचाई विभाग के बाबू उमेश चन्द्र कोठारी को योजना बद्ध तरीके से पैसो का लालच देते हुए पैसो की मांग करने वाली आधी अधूरी विडियो तैयार की गयी।
इसके उपरान्त साक्षी व सुन्दर विजिलेन्स अधिकारी बनकर कार्यालय में आये व भूपेन्द्र व सौरभ गाबा द्वारा स्वयं को पत्रकार बताया गया और विडियो दिखाकर वादी से रंगदारी की माँग की गयी व वादी को डरा धमकाकर उससे एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल की गयी। इस घटना में संलिप्त अभियुक्ता साक्षी सक्सेना फरार चल रही है। जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम भेजी गई है। आरोपियों ने इस प्रकार की घटनाओं को पूर्व में अंजाम दिया है।
पुलिस ने अभियुक्तों से रंगदारी में मांगी गई रकम में से 90 हजार रूपये बरामद कर लिए हैं। पुलिस टीम को आईजी डॉ नीलेश आनन्द भरणे ने दस हजार और एसएसपी पंकज भट्ट ने पांच हजार का ईनाम देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में कोतवाल हरेंद्र चौधरी, एसएसआई विजय मेहता, एसआई पंकज जोशी, जगदीप नेगी, कांस्टेबल बंशीधर जोशी, घनश्याम रौतेला, अनिल गिरी शामिल रहे।