ब्रेकिंग-संविधान दिवस पर आपदाग्रस्त बच्चों के लिए खुला स्कूल…….।।

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चन्द्रशेखर जोशी

रचनात्मक शिक्षक मण्डल उत्तराखण्ड की पहल पर संविधान दिवस के अवसर पर कोसी की विगत माह आयी बाढ़ से आपदाग्रस्त हुए पुछड़ी के बच्चों के लिए सावित्रीबाई फुले सांयकालीन स्कूल खोला गया।स्कूल का शुभारंभ करते हुए सर्वप्रथम भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया गया।ततपश्चात नवेन्दु मठपाल द्वारा सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डाला गया।उन्होंने कहा
सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवियत्री थीं। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। 1852 में उन्होंने बालिकाओं के लिए पहले बालिका विद्यालय की स्थापना की।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पी एन जी महाविद्यालय रामनगर के चीफ प्रॉक्टर प्रो गिरीश चन्द्र पन्त मौजूद रहे।उन्होंने उपस्थित बच्चों को अपने बचपन के संस्मरण सुनाते हुए उनसे पूरे मन से पढ़ाई करने को कहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान नरगिस ने की।कार्यक्रम आयोजक नवेन्दु मठपाल ने कहा भविष्य में आपदाग्रस्त अन्य क्षेत्रों में भी बच्चों की पढाई व्यवस्थित करने हेतु शिक्षक मण्डल काम करेगा का समापन हम होंगे कामयाब गीत से हुआ।ग्रामप्रधान नरगिस व उनके पति शकील अंसारी द्वारा बच्चों को बैग व शैक्षणिक सामग्री दी गयी। इस मौके परमहाविद्यालय से भूगोल विभाग के डॉ डी एन जोशी,नन्दराम आर्य, बालकृष्ण चन्द,अंजलि रावत,सुमित कुमार,गुंजन देवी,गौरा देवी,किशनपाल,उदयवीर,चरणसिंह,विमलेश समेत बड़ी संख्या में अभिवावक मौजूद रहे।