जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बन सकते हैं। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान शुरू हो गया है। गहलोत गुट के एक्टिव होने के बाद से पायलट की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रदेश का नया सीएम कौन होगा इसे लेकर अब घमासान होता नजर आ रहा है।
क्या हमारी नहीं सुनी जाएगी?
मीडिया से बात करते हुए गहलोत गुट के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आव्हान पर हम जान दे देंगे, लेकिन आलाकमान को हमारी सुननी होगी। लोकतंत्र संख्या बल से चलाता है। जब पार्टी 10 विधायकों की सुन रही है तो क्या 92 विधायकों की नहीं सुनी जाएगी। जरूरत पड़ने पर दिल्ली भी जाएंगे। बताया जा रहा है कि 92 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
मीडिया ने उड़ा दिया मैं सीएम पद नहीं छोड़ना चाहता
विधायक दल की बैठक से पहले सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- अध्यक्ष के लिए तो मेरा नाम अभी चलने लगा है, उससे पहले मैं सोनियाजी और अजय माकनजी को भी कह चुका हूं कि अगला चुनाव उसके नेतृत्व में लड़ा जाए जिससे जीतने की संभावना बढ़े, चाहे वह मैं हूं या कोई दूसरा। कांग्रेस के पास बड़ा राज्य राजस्थान ही है, अगर यहां जीतेंगे तो कांग्रेस का सभी राज्यों में जीतना प्रारंभ होगा। इससे पार्टी मजबूत होगी। यह मीडिया ने उड़ा दिया कि अशोक गहलोत राजस्थान का मुख्यमंत्री पद छोड़ना नहीं चाहते हैं, जबकि यह बात कभी मेरे दिमाग में नहीं रही। मीडिया को चौथा स्तंभ कहा गया है, मेरी नजर में डेमोक्रेसी के अंदर मीडिया का बड़ा महत्व है, उस महत्व को मीडिया कमजोर कर रहा है।

मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर जुटे 92 विधायक
मंत्री शांति धारीवाल के घर पर एकत्र 92 विधायक रविवार शाम बस में सवार होकर विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि यह सभी विधायक इस्तीफा देने के लिए यहां आए हैं। कुछ ही देर में विधायक स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात करने वाले हैं। विधायकों ने साफ कह दिया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काे ही बने रहना चाहिए।
अब नहीं होगी विधायक दल की बैठक
अशोक गहलोत गुट के विधायकों के विरोध के बीच विधायक दल की बैठक निरस्त कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब सीएम हाउस में विधायक दल की बैठक नहीं होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए सचिन पायलट मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए थे। सचिन पायलट, अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे और अशोक गहलोत वहीं मौजूद हैं। इसके अलावा पायलट गुट कुछ विधायक भी वहां हैं, लेकिन अब यह बैठक नहीं होगी।
कई विधायक इस्तीफा देंगे
विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत गुट के विधायकों ने सख्त रूख दिखाया। उन्होंने फिलहाल बैठक से दूरी बना रखी है। कई विधायक इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। अजय माकन और खड़गे की जयपुर में मौजूदगी के बीच विधायकों के इस रुख से कांग्रेस की अंदरूनी खेमेबाजी एक बार फिर सामने आ गई है। इस बीच प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि कई विधायकों ने इस्तीफा देने का फैसला किया है।
मंत्री चाहते हैं गहलोत ही रहें सीएम
मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने भी संयम लोढ़ा के बयान पर सहमति दी। मेघवाल ने कहा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही रहें, हम यही चाहते हैं। संयम लोढ़ा एक सुलझे हुए व्यक्ति हैं। उन्होंने जो भी कहा है सोच समझकर ही कहा है। वहीं, मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहें। उन्हें बदला नहीं जाना चाहिए।
विरोध में गहलोत गुट के विधायक
कांग्रेस आलाकमान की ओर से विधायकों को आदेश मिला है कि वह एक लाइन का प्रस्ताव पारित करें। सीएम कौन बनेगा इसका फैसला आलाकमान पर छोड़ दें। बताया जा रहा है कि विधायक इस फैसले के विरोध में हैं। विधायकों ने साफ कह दिया है कि बगावत करने वाले 18 विधायकों को छोड़कर किसी को भी आलाकमान मुख्यमंत्री बना दे। हम उसका समर्थन करेंगे।
बैठक में रखा गया यह प्रस्ताव
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले शांति धारीवाल के आवास पर हुई बैठक में गहलोत गुट के विधायकों ने एक प्रस्ताव रखा है। जिसमें कहा गया है कि 2020 सरकार के खिलाफ बगावत कर मानेसर जाने वाले विधायकों को किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री ना बनाया जाए। बगावत करने वाले 18 विधायकों को छोड़कर किसी को भी आलाकमान मुख्यमंत्री बना दे। गहलोत गुट के सभी विधायक उसका समर्थन करेंगे।


