भर्ती घोटाला: अल्मोड़ा में सड़क पर उतरे युवा, CBI जांच की मांग

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 जनाक्रोश रैली…
अल्मोड़ा। कॉर्बेट हलचल
यूकेएसएसएससी में भर्ती घोटाले और उत्तराखंड बनने से अब तक विधान सभा में भर्तियों में गड़बड़ियों की सीबीआई से जांच कराने की मांग पर धर्मनिरपेक्ष युवा मंच ने मंगलवार को अल्मोड़ा में जनाक्रोश रैली निकाली। जनआक्रोश रैली में बड़ी संख्या में युवाओं,अभिवावकों व बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।


लूटतंत्र का शिकार हुआ छोटा सा राज्य
मंच के सयोंजक विनय किरौला ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि उत्तराखंड जैसे छोटे से राज्य लूटतंत्र का शिकार हो गया है, प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए घोंटालो से युवाओं का सरकारी व्यवस्था से विश्वास खत्म हो गया है। हुकुमुरानो का नैतिक दायित्व है कि प्रतियोगी परीक्षाओं को पूर्ण पारदर्शी बना कर युवाओं में आत्मविश्वास लौटाया जाय। उन्होंने कहा कि अब राज्य को वैकल्पिक नेतृत्व की जरूरत है।

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राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे युवा
इस मौके पर अजय जोशी ने कहा कि आज 4 सूत्रीय माँग को लेकर प्रदेश में युवाओं को लामबंद किया जाएगा,वही विनोद चंद्र तिवारी ने कहा युवा के साथ अन्याय किसी हालात में बर्दाश्त नही किया जाएगा, धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के विनोद जोशी ने कहा कि मंच के नेतत्व में पूरे प्रदेश में uksssc घोटाले के खिलाफ जनांदोलन होगा जिसकी शुरुआत अल्मोड़ा से हो गयी है। आज युवाओं का जनसैलाब इस बात का संकेत है कि उत्तराखंड का युवा किसी भी प्रकार के शोषण के विरुद्ध खड़ा हो गया है।


इस दौरान मंच की ओर से 4 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को
भेजा गया। मांग पत्र के अनुसार…
1-उपरोक्त घोटालों की CBI जांच हो।
2-प्रीतियोगी परीक्षाओं की तारीख -परिणाम का वर्षवार कैलेंडर जारी न होने के कारण युवा अनिश्चितता में तयारी करता है,जैसा कि विगत वर्षों में देखा गया है कि एक प्रतियोगी परीक्षा का परिणाम आने में सालों लग जाते है,जिस कारण युवा को आर्थिक-सामजिक-पारिवारिक दबाव का सामना करना पड़ता है,जिससे युवाओं में हताशा का माहौल है,इस अत्यंत गम्भीर समस्या का निराकरण करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं का वर्षवार कैलेंडर जारी किया जाए,ताकि उत्तराखंड का युवा सुनिश्चित होकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके।
3-भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में uksssc जैसे घोटालों से बचने के लिए एक मजबूत,निष्पक्ष निगरानी तंत्र बने,ताकि युवा सुनिश्चित होकर तयारी कर सकें,और यह महसूस करे कि भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण रूप से पारदर्शी है।
4-ukssc व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी मेहनत के दम पर चयनित हुए युवाओं को तत्काल प्रभाव से नियुक्ति दे कर उनके साथ न्याय किया जाय।

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ये रहे मौजूद
पंकज रौतेला, मनोज भट्ट, श्याम कनवाल, गोविंद कनवाल, मयंक पंत, निरंजन पांडे, मनोज लटवाल, राजेन्द्र लटवाल, विनोद चंद्र तिवारी, मोहन सिंह बिष्ट, राहुल कनवाल, जगदीश राम, दिव्या जोशी, गंगा नेगी, गौरव पांडेय, मनीष भाकुनी, गजेंद्र कनवाल, राकेश पिलख्वाल, कमलेश भंडारी,ऋतु बोरा,ज्योति चंद,डॉ जीसी दुर्गापाल,पूर्व प्रधानाचार्य जीसी जोशी,हितेश,अभिषेक भाटिया,हेम पांडेय,दीपक पंत,विनीत बिष्ट,भय्यू बिष्ट आदि अनको युवा थे।