देश की प्रतिष्ठित सैन्य शिक्षण संस्थाओं में से एक सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने एक बार फिर गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। विद्यालय को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में सर्वाधिक कैडेट भेजने के लिए दसवीं बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान झारखंड के तिलैया में आयोजित अखिल भारतीय सैनिक स्कूल सम्मेलन में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ द्वारा विद्यालय के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल को प्रदान किया गया। सम्मेलन में देशभर के 33 सैनिक स्कूलों ने भाग लिया।
सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह सैन्य शिक्षा, अनुशासन और नेतृत्व विकास के क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर है। विद्यालय की यह उपलब्धि न केवल उसके कैडेटों की कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि शिक्षकों, प्रशिक्षकों और कर्मचारियों के सतत समर्पण का भी प्रमाण है।
प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल ने इस सम्मान को कैडेटों की देशसेवा की तैयारी और सैनिक स्कूलों की राष्ट्रीय सुरक्षा में भूमिका का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान हमें और अधिक जिम्मेदारी से कार्य करने की प्रेरणा देता है। हमारा उद्देश्य कैडेटों को अकादमिक, शारीरिक और मानसिक रूप से राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए पूरी तरह तैयार करना है।”
गौरतलब है कि साल 1966 में स्थापित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, उत्तराखंड का गौरव रहा है और लगातार एनडीए में बड़ी संख्या में कैडेट भेजकर देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है। रक्षा मंत्री ट्रॉफी का यह दसवां सम्मान, विद्यालय के उत्कृष्ठ प्रदर्शन की निरंतरता का प्रतीक है।


