बागेश्वर-जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सोमवार को तहसील कपकोट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं में मिली खामियों पर जिलाधिकारी ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा तहसील में आने वाले फरियादियों की समस्याओं का समाधान त्वरित गति के साथ किए जाए। उन्हें अनावश्यक रूप से इधर उधर न घुमाया जाए। तहसील के कार्यालय अभिलेखों, राजस्व रिकार्डों और पत्रवालियों को व्यवस्थित तरीके से रखा जाए। कार्यालय परिसर में गन्देगी पाए जाने और अग्निशमन के उपकरण एक्सफॉयर पाए जाने पर जिलाधिकारी ने नाजर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी तहसील के औचक निरीक्षण करने पहुँचे तो वहां साफ-सफाई की कोई उचित व्यवस्था देखने को नही मिली। जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा था। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए साफ-सफाई के उचित प्रबंधन करने के निर्देश देते हुए कार्यशैली में सुधार लाने की हिदायत दी।अभिलेखों के रख-रखाव में मिली कमियों पर जिलाधिकारी ने कहा कि तहसीलों में कई महत्वपूर्ण अभिलेख और पत्रावलियां होती हैं,उनका रख-रखाव व्यवस्थित रूप से किया जाए। जिलाधिकारी ने एक माह के भीतर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने तहसील से संबंधित कार्यों व नामांकन वादों का नो पेंडेंसी अप्रोच के तहत उनका त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आम जनता को मिलने वाली सुविधाओं में देरी न हो इसके लिए प्रत्येक कर्मचारी का कार्य विभाजन अनिवार्य रूप से किया जाए। उन्होंने आपदा प्रबंधन के तहत रखे उपकरणों का अवलोकन करते हुए कहा कि समय-समय पर इनका परीक्षण व मार्क ड्रिल अनिवार्य रूप से किया जाए । उन्होंने एसओपी निर्धारित कर उपकरण संचालन करने वाले आपरेटरों की सूची बनाने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों में प्रोफेशनल वर्क पर जोर देते हुए इस दिशा में कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। तथा प्रत्येक कर्मचारी को परिचय पत्र जारी करते हुए पटलों पर कार्यरत कर्मचारियों के कार्यों एवं दायित्वों की सूची चस्पा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि आलमारी के अंदर किन अभिलेखों और पत्रवालियों को रखा गया है उनका ब्यौरा आलमारी के बाहर चस्पा किया जाए। साथ ही कार्यालय में खराब और निष्प्रयोज्य सामाग्रियों को नियमानुसार नीलाम किया जाए। कार्यालय में प्लास्टिक का कतई भी प्रयोग न किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान हर पटल पर जो खामियां पायी गई है उसमें एक माह में अपेक्षित सुधार लाया जाए। पुनरावृत्ति पाए जाने पर सम्बंधित कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की हिदायत दी गई।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम अनुराग आर्या, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल भी उपस्थित रही।