रूद्रपुर। हल्द्वानी से दिल्ली जा रही रोडवेज बस का चालक गाड़ी चलाते समय अचानक बेहोश हो गया, बस में 55 लोगों की जान पर बात उतर आई लेकिन गनीमत रही कि बस में सीआइएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट भी सवार थे जिन्होंने एक बड़ा हादसा टाल दिया।
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड रोडवेज की बस संख्या यूके-04-पीए-1928 यात्रियों को लेकर हल्द्वानी से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी लेकिन टांडा जंगल के पास नैनीताल रोड पर अचानक बस अनियंत्रित हो गई तेज स्पीड पर सड़क पर फर्राटे से दौड़नी लगी। यह सब देखकर यात्रियों के होश उड़ गए। बस में चीख पुकार मच गई।
यह देख बस में सवार असिस्टेंट कमांडेंट सीआइएसएफ सोनू शर्मा ने बस को नियंत्रित करते हुए सड़क किनारे रोक दी। जिसके बाद डरे सहमे यात्री एक के बाद एक बस से उतर आए। बाद में सूचना पर उत्तराखंड रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही पुलिस भी पहुंच गई। लोगों ने चालक और कंडक्टर का मेडिकल कराने की मांग की। पुलिस ने बस को कब्जे में लिया और चालक को मेडिकल के लिए अस्पताल ले गए। करीब एक घंटे बाद यात्रियों को दूसरी बस से दिल्ली भेजा गया।
इधर एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि चालक की लापरवाही से बस में सवार दर्जनों यात्रियों की जान जा सकती थी। इसे गंभीरता से लेते हुए पंतनगर थाना पुलिस को चालक का मेडिकल कर जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। एआरएम रुद्रपुर काटते रहे कन्नीयात्रियों ने संजय वन से उत्तराखंड परिवहन निगम के अधिकारियों से संपर्क किया। इस दौरान रुद्रपुर रोडवेज के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया। लेकिन एक घंटे बाद भी रुद्रपुर रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारी सात किलोमीटर दूर नहीं पहुंच पाए। जिससे यात्रियों में काफी आक्रोश दिखाई दिया।