भीमताल। कॉर्बेट हलचल
भीमताल में पैराग्लाइडिंग साइट पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण गुजरात के एक पर्यटक की मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन, पुलिस और पर्यटन विभाग दो दिन बाद भी हादसे की सूचना नहीं होने की बात कह रहे हैं। इस हादसे से एक बार फिर पैराग्लाइडिंग साइट पर पायलटों और पर्यटकों की सुरक्षा पर बरती जा रही लापरवाही उजागर हुई है।
पैराशूट टेक ऑफ के दौरान हुआ हादसा
भीमताल में पांडेगांव की पैराग्लाइडिंग साइट पर टैकल प्वाइंट पर कुछ पर्यटक फोटो लेने पहुंचे। पैराशूट टेक ऑफ के दौरान जगदीश भट्ट निवासी पुष्कर धाम राजकोट (गुजरात) फोटो खींचते हुए अचानक पैराशूट के नजदीक आ गए। जिससे वह पैराशूट में सवार पायलट और पर्यटक से टकराकर नीचे गिर गए। गिरने से जगदीश के सिर पर गंभीर चोट लग गई। उन्हें सीएचसी भीमताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन उन्हें लेकर हल्द्वानी के निजी अस्पताल पहुंचे, जहां शनिवार को जगदीश भट्ट ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मौके पर एंबुलेंस तक नहीं
मृतक के परिजन कुश भट्ट ने आरोप लगाया कि उन्हें मौके पर एंबुलेंस नहीं मिली। एक स्थानीय व्यक्ति ने अपनी कार से घायल जगदीश को अस्पताल पहुंचाया। पैराग्लाइडिंग साहसिक पर्यटन की श्रेणी में आता है। यानी इस खेल के दौरान हादसे का खतरा बना रहता है। ऐसे में कोई दुर्घटना होने पर मौके पर एंबुलेंस होनी जरूरी है।
सुरक्षा प्रबंधों की अनदेखी
यही कारण है कि पैराग्लाइडिंग साइट पर हमेशा ही सुरक्षा के सभी नियमों का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके विपरीत भीमताल की पैराग्लाइडिंग साइट पर इस साल दो हादसे हो चुके हैं। दोनों ही हादसों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हादसे का कारण बनी है। शुक्रवार को हुआ हादसा भी पैराग्लाइडिंग साइट पर सुरक्षा प्रबंधों में लापरवाही के कारण हुआ।
प्रशासन, पुलिस, पर्यटन विभाग की निगरानी नहीं
जहां पर्यटक फोटो खींचने के लिए टेकऑफ साइट पर पहुंच गया। इस बीच हुए हादसे में पर्यटक और पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए। हैरत की बात ये है कि इस हादसे की सूचना स्थानीय पुलिस और पर्यटन विभाग तक नहीं पहुंच पाई। ऐसे में जिम्मेदार विभागों के स्तर से निगरानी भी सवालों के घेरे में आ जाती है।
पैराग्लाइडिंग के आंकड़े भी उपलब्ध नहीं
भीमताल में कितने पर्यटक पैराग्लाइडिंग के लिए आ रहे हैं, इसका भी आंकड़ा यहां उपलब्ध नहीं है। संचालकों का कहना है कि उनके पास इस तरह के आंकड़े रखने का कोई सिस्टम नहीं है। पर्यटन विभाग के पास भी इससे जुड़े आंकड़े नहीं हैं।
जिम्मेदार विभागों के बयान
हमें हादसे की जानकारी नहीं मिल पाई है। न तो पैराग्लाइडिंग करने वाले और न ही मृतक के परिजनों की ओर से कोई तहरीर मिली है। यदि तहरीर मिलती है, तो पुलिस जांच कर कार्रवाई करेगी।
शंकर नयाल, एसआई, थाना भीमताल
कुछ दिन से मैं छुट्टी पर था। आज ही मेरी जानकारी में यह मामला आया है। कल साइट विजिट कर हादसे के असल कारणों की जांच की जाएगी। मौके पर एंबुलेंस न होना भी एक गंभीर बात है। हर पहलू से इस हादसे की जांच की जाएगी।
बलवंत सिंह, साहसिक खेल अधिकारी, नैनीताल