हरिद्वार:-राज्य में रिश्वत खोरों के मामले भी दिन प्रतिदिन बढध रहे हैं।इतनी सख्ती होउके बाद भी सरकारी कर्मचारी रिश्वत लेने में लगे हैं और लोगों को बेवजह परेशान करने मे लगे हैं।
ताजा मामला गुरुवार को हरिद्वार मे जमीन को लेकर चल रहे विवाद में मुकदमा दर्ज होने से बचाने की एवज में 50 हजार की रिश्वत लेते हुए देहरादून से आई विजिलेंस की टीम ने चकबंदी विभाग के लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने के बाद टीम उसे देहरादून लेकर रवाना हो गई। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
एसपी विजिलेंस रेनू लोहानी के मुताबिक, मोहम्मद यूसुफ निवासी ग्राम बोडाहेड़ी रुड़की ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को उसने खरीद-फरोख्त कर बेच दिया था। इसका वाद एडीएम कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले में चकबंदी कार्यालय बहादराबाद में तैनात लेखपाल वीरेंद्र कुमार निवासी सिंधी वाली गली गंगनहर रुड़की ने धमकी दी कि एडीएम कोर्ट से मामले में पुलिस में मुकदमा दर्ज करने के आदेश हो गए हैं।
आरोप है कि लेखपाल ने मुकदमे से बचाने के लिए डेढ़ लाख की डिमांड की। बाद में 50 हजार में मामला तय हो गया। विजिलेंस ने शिकायत की जांच कराई, जिसमें मामला सही निकला। बृहस्पतिवार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद में जैसे ही शिकायतकर्ता ने लेखपाल को रिश्वत दी, उसी समय विजिलेंस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।वहीं लेखपाल की गिरफ्तारी के बाद वहाँ हड़कंप मच गया।