शिक्षा विभाग ने आरोप नकारे, एसडीएम बोले- जांच कराएंगे
अल्मोड़ा। कॉर्बेट हलचल
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक के एक स्कूल में सवर्ण और दलित बच्चों को अलग-अलग लाइनों में बैठाकर मिड-डे मील परोसने के वीडियो ने हंगामा मचा दिया। सोमवार को अभिभावकों ने अल्मोड़ा में एसडीएम सदर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मामला उजागर करने वाले युवक से पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। हालांकि थानाध्यक्ष और खंड शिक्षा अधिकारी ने आरोपों का खंडन किया है।

वायरल वीडियो प्राथमिक स्कूल थली का है, जिसमें सवर्ण और अनुसूचित जाति के बच्चों को अलग-अलग लाइन में बैठाकर भोजन परोसा जा रहा है।’ ये आरोप मध्याह्न भोजन के दौरान स्कूल पहुंचे एक अभिभावक ने लगाए हैं। बताया गया है कि कुछ दिन पहले गांव का हरीश राम अपने बच्चों की प्रगति पूछने स्कूल गया तो उसने देखा कि मध्याह्न भोजन के दौरान अनुसूचित जाति के बच्चों की अलग पंगत है, जबकि सवर्ण बच्चों को अलग बैठाकर भोजन परोसा जा रहा है। विरोध करने पर एक वर्ग के लोगों के कहने पर दन्या थाने बुलाया गया और वहां उसके साथ अभद्रता की गई। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने मारपीट भी की।
एसडीएम से शिकायत
सोमवार को अनुसूचित जाति के कुछ बच्चों के अभिभावक जिला मुख्यालय पहुंचे और एसडीएम सदर गोपाल सिंह चौहान को ज्ञापन दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल में उनके बच्चों से भेदभाव हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा हमारे बच्चों के साथ भेदभाव गलत है। मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।
भोजनमाता कर रही आरोपों का खंडन
वायरल वीडियो में युवक के आरोपों पर भोजनमाता का कहना है कि बच्चे खुद ही अलग बैठे हैं। उन्हें जानबूझकर नहीं बैठाया गया है। इस पर युवक कहता है अगर ऐसा है तो इन्हें उसी पंगत में बैठाओ। इस पर भोजनमाता कहतीं हैं कि गांव वालों की जब मीटिंग होगी तब अपनी बात रखना। ये बच्चे खुद ही अलग बैठे हैं हमारा कोई दोष नहीं है।
बीईओ ने किया स्कूल का दौरा
धौलादेवी के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) पुष्कर लाल टम्टा सोमवार को स्कूल पहुंचे और पूछताछ की। उन्होंने साफ तौर पर कहा स्कूल में इस तरह का कोई मामला नहीं है। अनुसूचित वर्ग के बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं हो रहा है। जबकि शिकायतकर्ता से अभद्रता के आरोपों पर दन्या थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने कहा कि किसी के साथ मारपीट नहीं हुई है। मारपीट के सभी आरोप निराधार हैं।
एसडीएम बोले थली के ग्रामीणों की तरफ से बच्चों से भेदभाव की शिकायत मिली है। मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी।
-गोपाल सिंह चौहान, एसडीएम, सदर


