86 साल की उम्र में कोकिलाबेन अस्पताल में ली अंतिम सांस
80 के दशक में कई यादगार फिल्मों का निर्देशन किया
बॉलीवुड से आज एक बुरी खबर आ रही है। 80 के दशक में हिंदी फिल्मों के मशहूर डायरेक्टर सावन कुमार टाक का गुरुवार शाम करीब 4 बजे मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 साल के थे। वह पिछले काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहे थे। बुधवार को डायरेक्टर सावन कुमार को हार्ट संबंधी समस्या होने पर मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्हें हार्ट के अलावा किडनी समेत अन्य शारीरिक दिक्कतें भी थी।
पहली ही फिल्म को नेशनल अवार्ड
सावन कुमार का जन्म राजस्थान के जयपुर में हुआ था। बॉलीवुड में खासा नाम कमाने वाले सावन की कोई संतान नहीं थी। सावन ने बतौर प्रोड्यूसर 1967 की फिल्म नौनिहाल से की थी, जिसमें संजीव कुमार लीड रोल में थे। पहली ही फिल्म को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। उनके फिल्मी करियर में 80 से 90 का दशक सबसे पीक पर माना जाता है। इस दौरान उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में निर्देशित की।
राजेश खन्ना से लेकर सलमान तक ने साथ काम किया
राजेश खन्ना, जितेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, श्रीदेवी और सलमान खान को लेकर उन्होंने फिल्में बनाई। उनमें हवस, सौतन, साजन बिन सुहागन, सौतन की बेटी, सनम बेवफा, बेवफा से वफा, खलनायिका, मां, सलमा पे दिल आ गया, सनम हरजाई, चांद का टुकड़ा जैसी फिल्मों का शुमार है।
अच्छे गीतकार भी रहे सावन
निर्देशन के अलावा शायरी और गीत लिखने का भी बहुत शौक रहा है। ऐसे में उन्होंने अपनी फिल्मों के अलावा दूसरे फिल्मकारों के लिए भी उनकी कई फिल्मों के लिए गीत लिखे जिनमें से कई सुपरहिट साबित हुए। सावन कुमार टाक का लिखा और शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा पर फिल्माया फिल्म सबक (1973) का गाना ‘बरखा रानी जरा जमके बरसो’, सावन कुमार टाक के ही निर्देशन में बनी फिल्म सौतन (1983) का उनका लिखा गीत ‘जिंदगी प्यार का गीत है’ और उन्हीं की फिल्म ‘हवस’ में उनका लिखा गाना ‘तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम’ काफी लोकप्रिय हुआ था।


