चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर-नानकमत्ता पब्लिक स्कूल के 70 से अधिक बच्चों ने आज ढेला गांव के इर्द गिर्द घूमते हुए कार्बेट पार्क क्षेत्र के जीवों , पक्षियों के बारे में जाना और उनको देखा भी।कार्यक्रम की शुरुआत कोमल सत्यवली,श्वेता नेगी, करन सत्यवली की टीम द्वारा गांव छोड़ब नहीं गीत से हुई।ढेला रेंजर अजय ध्यानी ने कार्बेट पार्क के बाबत महत्वपूर्ण जानकारी दी।
रचनात्मक शिक्षक मण्डल के बैनर तले हुए इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नेचर गाइड राजेश भट्ट, करमजीत,प्रियंका पांडे,भावना भट्ट,वाजिद हुसैन ने बच्चों को बताया कि कार्बेट क्षेत्र में पक्षियों की लगभग 600 प्रजातियां पायी जाती हैं, जिसमें 350 के आसपास स्थानीय हैं।
जबकि 250 पक्षी प्रवासी पक्षी हैं, जो विशेष रूप से जाड़ों के मौसम में हजारों किलोमीटर की यात्रा कर यहां पहुंचते हैं और गर्मी की शुरुआत होते ही अपने गृह क्षेत्रों को चले जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रवासी पक्षियों में साइबेरियन पक्षी, एशियन पैराडाइज, स्केरलेट मिनिवेट्ट, स्विफ्ट हैं। इसमें स्विफ्ट मिस्र से आती है जिसको लक बर्ड स्थानीय भाषा में गोंताईं कहते हैं।यह स्थानीय परिवेश के इतने अनुकूल हो चुकी है कि यह अब स्थायी रूप से यहीं रहने लगी है। उनके द्वारा स्थानीय स्थायी पक्षियों की विशेषताओं के अलावा उनकी आवाज निकाल कर बच्चों को सिखाई गयी।बच्चों को भ्रमण के दौरान विभिन्न पक्षी भी दिखाए गए।बच्चों ने तितलियों व स्थानीय पादपों की भी जानकारी ली।
वर्तमान में कार्बेट में ही डेढ़ सौ से अधिक गिद्ध हो गए हैं। पेड़ों से दोस्ती करते हुए बच्चों ने एक जीवंत सजीव प्राणी की तरह पेड़ों से गप्पशप्प भी की।बच्चों ने दीप रजवार की आर्टगैलरी का भ्रमण कर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के बाबत बेहतरीन जानकारी दी।कार्यक्रम संयोजक नवेन्दु मठपाल के अनुसार बच्चों को प्रकृति के नजदीक लाने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम किए जाते हैं।इस मोके पर रेंजर अजय ध्यानी,नवेंदु मठपाल भुवन जोशी, बर्षा अटवाल,मीना अटवाल,कुसुम जोशी
राजेश भट्ट, करमजीत,प्रियंका पांडे,भावना भट्ट,वाजिद हुसैन,
डिप्टी रेंजर बालम सिंह रावत, गोरीलाल वंन दरोगा, वन दरोगा पूजा तिवारी,कपिल रावत मौजूद रहे।


