Corbetthalchal देहरादून-उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए OLX जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फर्जी तरीके से लोगों को ठगने वाले और एक साल से फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त शरीफ मोहम्मद अपने घर से करीब 300 किमी दूर जयपुर में छिपा हुआ था।
📌 क्या है मामला:
वर्ष 2022 में देहरादून निवासी एक पीड़ित ने OLX पर मकान किराए पर देने का विज्ञापन डाला था। उसी विज्ञापन के जरिए संपर्क करने वाले अभियुक्त ने खुद को सेना/पैरामिलिट्री जवान बताकर भरोसा जीता और फर्जी आईडी भेजकर यह कहकर ₹12.46 लाख की ठगी कर ली कि “सेना के नियमों के अनुसार मकान मालिक को पहले अग्रिम राशि जमा करनी होती है।”
👮 गिरफ्तारी कैसे हुई?
STF की साइबर क्राइम टीम ने तकनीकी निगरानी, बैंक खातों की जांच, कॉल डिटेल्स और डिजिटल ट्रेसिंग के जरिए अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस की और जयपुर के खोह नागोरिया क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया। अभियुक्त शरीफ मोहम्मद, निवासी कल्याणपुर, थाना खोह, जिला भरतपुर (राजस्थान) को देहरादून लाकर न्यायालय में पेश किया गया।
🔍 अपराध का तरीका:
• खुद को सेना/CISF का जवान बताकर लोगों का विश्वास जीतता था।
• फर्जी पहचान पत्र और आधार कार्ड व्हाट्सएप पर भेजकर भरोसा दिलाता।
• OLX जैसे प्लेटफॉर्म्स पर मकान या अन्य वस्तुओं के नाम पर ठगी करता।
• फर्जी बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर और अलग-अलग सिम का इस्तेमाल कर पुलिस से बचने की कोशिश करता।
🔎 क्या मिला अभियुक्त के पास से?
• एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
• उसके डाटा की जांच जारी है जिससे उसके अन्य साथियों और नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।
👥 पुलिस टीम:
इस कार्रवाई में निरीक्षक विकास भारद्वाज, अपर उपनिरीक्षक सुनील भट्ट, मनोज बेनीवाल, कांस्टेबल हरेंद्र भंडारी और प्रशांत चौहान शामिल रहे। दिशा-निर्देशन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री नवनीत सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर द्वारा किया गया।
⚠️ STF की जनता से अपील:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने आमजन से अपील की है कि वे OLX, सोशल मीडिया या किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से लेन-देन न करें।
• अज्ञात लिंक, फर्जी निवेश ऑफर, YouTube like/invest scams से सावधान रहें।
• किसी कॉलर की जांच किए बिना निजी जानकारी या दस्तावेज साझा न करें।
• गूगल से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से बचें।
• किसी भी तरह की साइबर ठगी की सूचना तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर दें या नजदीकी साइबर थाना से संपर्क करें।




