दलित नेता हत्याकांड: जगदीश की रेकी करने वाला गिरफ्तार

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साज़िश…..

सल्ट के जगदीश की हत्या में चौथा आरोपी पुलिस ने दबोचा
रेकी करने वाला दूसरे साथी की संदिग्ध हालात में हुई थी मौत

सल्ट/अल्मोड़ा। कॉर्बेट हलचल
दलित नेता जगदीश जगदीश चंद्र हत्याकांड में शामिल चौथे आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार 9 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया।


इस हत्याकांड की जांच कर रहे सीओ रानीखेत तिलकराम वर्मा ने फाँरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल सैलापानी जाकर घटना के प्रत्येक बिन्दु को जाँचा परखा और आवश्यक साक्ष्य जुटाये। 7 सितंबर को सीओ रानीखेत वर्मा ने कोर्ट की अनुमति से जिला कारागार अल्मोड़ा में न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध जगदीश चंद्र के तीनों हत्यारोपियों से गहन पूछताछ की।

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इन हत्यारोपियों के बयानों के आधार पर 8 सितंबर को सीओ रानीखेत ने पकड़े गए तीनों आरोपियों द्वारा घटनास्थल सैलापानी तक जाने में इस्तेमाल वाहन बुलेरो की तस्दीक कर कब्जे में लिया तथा घटना से संबंधित दो चश्मदीदों के कोर्ट के समक्ष बयान दर्ज कराए।

दलित नेता जगदीश चंद्र हत्याकांड में चौथे आरोपी नरेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


8 सितंबर को हत्याकांड में संलिप्त दो और आरोपियों नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह और नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासी नौगांव कनोली रानीखेत के नाम सामने आए। आरोपी नन्दन सिंह  की घटना के अगले दिन अज्ञात कारणों से मौत का पता चला। शुक्रवार 9 सितंबर को आरोपी नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।

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ऐसा रहा घटनाक्रम
इन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गीता और जगदीश चंद्र की शादी के बाद गीता के परिजनों ने साथी नन्दन सिंह और नरेन्द्र सिंह (उक्त दोनों नदी से रेत निकालने का कार्य करते थे) के साथ मिलकर जगदीश की हत्या का षडयंत्र रचा गया।


   इसमें नन्दन सिंह ने जगदीश चन्द्र के ग्राम बोली चापड में आने व जगदीश के गाँव से निकलने की रैकी कर सूचना गीता के भाई गोविन्द व उसके परिजनों को दी। इसके बाद गोविन्द व उसका पिता जोगा सिंह ने जगदीश को 1 सितंबर को अपह्रत किया। जगदीश के अपहरण के बाद गीता की माँ भावना ,भाई गोविन्द सिंह व नन्दन सिंह वैन  (यूके 19 टीए 0389) से गीता की तलाश में धारानौला आये, इस दौरान जोगा सिंह व नरेन्द्र सिंह जगदीश को बन्धक बनाकर सैलापानी पुल के पास इंतजार करते रहे।

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इधर गीता के न मिलने से गुस्साए नन्दन सिंह ने जगदीश की हत्या कर दी गयी। इसके बाद गीता के परिजन गोविन्द , जोगा सिंह और भावना देवी जगदीश के शव को ठिकाने लगाने के लिए वैन (यूके 19 टीए 0389) से निकले। लेकिन रास्ते में पुलिस उन्हें रंगेहाथ पकडकर जगदीश का शव बरामद किया।

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