प्लांट हेड से की लाखों की ठगी, मुख्य आरोपी को पुलिस ने दबोचा

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रुद्रपुर। इंश्योरेंस कंपनी का फर्जी कर्मी बन कर लोगों को ठगने वाला सरगना साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उस पर एक प्लांट हेड से 36 लाख की ठगी करने का भी आरोप है। आरोपी कुछ दिनों पहले ही तिहाड़ जेल से छूटा है।

सीओ एसटीएफ सुमित पांडेय ने बताया कि  सिडकुल की एक कंपनी के प्लांट हेड ओमेक्स कालोनी निवासी राजेंद्र कुमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा था कि उसने अलग-अलग सात बीमा पॉलिसी का संचालन किया था। वह जुलाई 2022 में सभी पालिसी बंद कराना चाह रहा। इसी बीच उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को बीमा विकास प्राधिकरण का कर्मचारी बताया। सीओ ने बताया कि इंश्योरेंस पॉलिसी बंद करा कर रुपए वापस कराने की बात कही। उन्होंने बताया कि प्लांट हेड उसके झांसे में आ गए और अलग-अलग किस्तों में 36,26,938 रुपए बैंक के माध्यम से उसे भेज दिए। उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच कुमाऊं साइबर थाने के इंस्पेक्टर ललित मोहन जोशी को दी गई। 

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इंस्पेक्टर ने जांच शुरू की। टीम ने ठग को पकडऩे को नोएडा में डेरा डाल दिया और लोगों से जानकारी ली। सीओ ने बताया कि  ठगी करने वाला सातिर ठग को साइबर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी से 6 मोबाइल, कई सीम, चैक बुक और कम्पनी की सील मुहर बरामद हुई है। आरोपी उत्तरप्रदेश के इलाहबाद का रहने वाला है। मौजूदा समय में वह किराए के फ्लैट में गौतम बुद्धनगर में रहा रहा था। पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है। आरोपी के खिलाफ तीन राज्यों में साइबर ठगी के मुकदमे भी दर्ज है। उन्होंने बताया कि आरोपी कुछ दिनों पहले ही तिहाड़ जेल से बाहर आया हुआ था। टीम में एएसआई सत्येन्द्र गंगोला, मनोज कुमार, मोहम्मद उस्मान,रवि बोरा आदि शामिल रहे।गिरफ्तार ठग वेद प्रकाश मौर्य गौरा पोस्ट अकोड़ा जिला इलाहाबाद यूपी निवासी है।

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