अच्छी खबर-देवभूमि की अनुपमा जूनियर विश्व बैडमिंटन में पहले पायदान पर,दीजिए बधाई
पैत्रिक गांव खनुली में खुशी के साथ मिष्ठान वितरण
चौखुटिया( गणेश जोशी)विकासखंड के खनुली (मासी) गांव की मूल निवासी अनुपमा उपाध्याय ने युवा बैडमिंटन खिलाड़ी में बड़ी उपलब्धि हासिल की,वह विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) की नवीनतम जूनियर रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच कर लड़कियों की अंडर-19 एकल रैकिंग में नंबर एक पर काबिज होने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।
इस उपलब्धि पर पैत्रिक गांव सहित क्षेत्र में खुशी की लहर है विभिन्न खेल प्रेमियों , घर में रह रहे उनके चाचा -चाची व ग्रामीणों ने इसे क्षेत्र के लिए उपलब्धि बताते हुए खुशी जताई है । पैत्रिक गांव में अनुपमा की इस उपलब्धि पर कीर्तन-भजन मिष्ठान वितरण किया गया।
अनुपमा 17 वर्ष ने इसी साल मार्च में युगांडा व पोलैंड में अंतरराष्ट्रीय खिताब जीत कर शीर्ष रैकिंग के साथ भारत की तस्मीन मीर को पीछे छोड़ यह उपलब्धि हासिल की। वह दुनिया रैकिंग 10 शीर्ष में भारतीय चार लड़कियों में शामिल हो गई है।
गांव में रह रहे उनके चाचा बसंत उपाध्याय ने बताया कि बैडमिंटन के क्षेत्र में अनुपमा ने अपने कैरियर की शुरुआत 11 साल की उम्र में अल्मोड़ा बैडमिंटन हॉल में कोच डीके सेन के सानिध्य में शुरू की थी और अनेक राष्ट्रीय सब जूनियर पदक जीते हैं।
इसके बावजूद वह हरियाणा चली गई वर्तमान मैं भी अनुपमा कोच डी के सेन के सानिध्य में प्रकाश पादुकोण अकैडमी बैंगलोर में ट्रेनिंग ले रही है उन्होंने बताया कि अनुपमा के पिता नवीन उपाध्याय दिल्ली पुलिस में तैनात थे।
लेकिन अनुपमा के कैरियर को लेकर उन्होंने नौकरी छोड़ने के बाद वर्तमान समय में बेंगलुरु में ही अनुपमा के साथ सपरिवार रहते हैं। उनकी इस उपलब्धि पर खनुली गांव ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी खुशी है उनके चाचा व चाची ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि पिछले वर्ष दादी के वार्षिक श्राद्ध पर अनुपमा अपने माता पिता के साथ गांव आई थी उसे गांव से भी काफी लगाव है समय-समय पर गांव आते रहती है।