सड़क पर मौन व्रत और धरना देकर क्यों बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत

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भूख हड़ताल की चेतावनी….

जर्जर हुए रामनगर रानीखेत हाईवे का निर्माण कार्य 2 माह में शुरू कराए सरकार
रामनगर से रानीखेत तक के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की भी मांग

मोहान /रामनगर। कार्बेट हलचल
बुरी तरह जर्जर हुए रामनगर रानीखेत हाईवे के निर्माण की मांग पर बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मोहान में सड़क पर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने मौन व्रत भी रखा। पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने सरकार को चेताया कि देहरादून और दिल्ली जाने वाले इस मुख्य मार्ग का निर्माण कार्य अगर दो माह में शुरू नहीं हुआ, तो वह 24 घंटे भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे।

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सल्ट और गढ़वाल की मांगों की अनदेखी
बुधवार को रामनगर -रानीखेत मुख्य मार्ग पर धरने पर बैठने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक सरकार रामनगर से रानीखेत, बेतालघाट, धुमाकोट, लैंसडोन समेत कई विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ने वाले मुख्य मार्गों की अनदेखी कर रही, जिसके चलते दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है। साथ ही पर्यटकों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

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राष्ट्रीय राजमार्ग की पोल खोलेंगे हरदा
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि हमने दो माह के भीतर सड़को का निर्माण कराने की मांग की है। साथ ही रामनगर रानीखेत रोड को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की है। उन्होंने मांगे पूरी नहीं होने पर जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्ग की पोल खोलने की चेतावनी सरकार को दी है।