उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में वन्य जीव का आतंक बढ़ता जा रहा है वही देखा जा सकता है कि प्रदेश में गुलदार का आतंक बढ़ रहा है।गुलदार के द्वारा हमले करने के मामले सामने आ रहे है एक ऐसा ही मामला चम्पावत के टनकपुर से आ रहा है।यहां के ग्राम क्षेत्र आमबाग में ग्रामीण सुनीता देवी पत्नी विजय सिंह की गौशाला में दीनदहाड़े करीब 10 बजे गुलदार ने अचानक हमला कर दिया ।हमले में गुलदार एक गाय को खींच कर ले गया। जिसे जंगल में कुछ दुरी पर मृतक अवस्था में छोड़ गया।
वही गुलदार द्वारा किये गए इस हमले से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है वही पीड़ित सुनीता देवी ने बताया करीब 10 बजे दिन में गौशाला से गुलदार एक गाय को उठा कर ले गया जिसके बाद गुलदार ने गाय को मार दिया। और बताया पूर्व में भी कई बार गुलदार गाय और बकरियों का शिकार कर चूका है। जिसकी सुचना हमारी तरफ से वन विभाग को दी जा चुकी है वन विभाग की तरफ से स्थलीय निरिक्षण भी किया गया है। और मुआवजा दिए जाने की बात कही गई है लेकिन हम गाँव वालों को तीन साल पहले का मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है, जबकि हमारी तरफ से कागजी कार्यवाही पूरी कर फाईल को सम्बंधित विभाग में पहले भी जमा किया गया था।
वही ग्राम प्रधान मोहिनी चन्द ने बताया हमारा गाँव आमबाग जंगल के किनारे बसा है। आये दिन यहाँ गुलादर के हमले की सुचना मिलती रहती है। वही पहले हम लोग हाथियों के हमले से काफी परेशान रहते थे, लेकिन ज़ब से विभाग की तरफ से फेंसिंग वायर लगाई गई है तब से हाथियों के हमले से कुछ निज़ात मिली है ।लेकिन आजकल गुलदार के हमले आये दिन बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीणों के घरों में बने गौशालाओं में घुसकर गुलदार द्वारा जानवरो को मारा जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में भी दहसत का माहौल बना हुआ है।
वही इस मामले में ज़ब वन विभाग के रेंज़र से फोन पर बात हुई , तो उन्होंने बताया ग्राम आमबाग से में गुलदार द्वारा हमला कर एक गाय को मारा गया है, जिसका हमने स्थलीय निरिक्षण किया। वही इस मामले में ग्रामीण को मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया भी जारी है। और बताया करीब दो सालों से ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिल पाया है, जैसे ही मुआवजे की रकम आएगी तो उसे सीधे पीड़ित लाभार्थियों के खातों में डाली जाएगी।