हरिद्वार। असलहों की अवैध बिक्री करने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस गैंग से पुलिस टीम ने खुद ग्राहक बनकर संपर्क किया। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इस बीच दो बदमाश गंगा में कूद गए। जबकि एक भाग निकला। पुलिस ने मामले में एक किशोर के साथ ही दो अन्य बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से एक देसी पिस्टल, एक देसी तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार पिछले कई दिन से सीआईयू को सूचना मिल रही थी कि एक शहर में गैंग असलहे बेच रहा है। इस पर शहर कोतवाली पुलिस और सीआईयू टीम ने ग्राहक बनकर असलहा बेच रहे युवकों से संपर्क साधा। शुक्रवार दोपहर ग्राहक बनी सीआईयू टीम ने युवकों को अवैध असलहों की डीलिंग के लिए मायादेवी पार्किंग में बुला लिया। एसआई पवन डिमरी की अगुवाई में पुलिस टीम ने मायादेवी पार्किंग में जाल बिछा लिया। कुछ ही देर में तीन युवक अपने साथ एक किशोर को लेकर पहुंचे। पुलिस टीम ने डीलिंग शुरू करने के चंद मिनट बाद ही नाबालिग को दबोच लिया जबकि तीन युवकों ने पुलिस पार्टी पर फायर झोंक दिए। पुलिस टीम पर फायर कर युवक बिरला घाट की ओर भाग गए।पुलिसकर्मियों के पीछा करने पर दो युवकों ने गंगा में छलांग लगा दी। पुलिसकर्मियों ने गंगा के दोनों ओर घेराबंदी कर ली। इसके बाद गंगा से बाहर निकलते ही आरोपियों को दबोच लिया गया। चौथा आरोपी फरार हो गया। कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम भानू निवासी भोगपुर, जतिन चौहान निवासी विष्णु घाट हैं। किशोर भी विष्णु घाट का ही निवासी है। आरोपियों के कब्जे से एक देसी पिस्टल, एक देसी तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास असलहे कहां से आए, इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। देर शाम तक आरोपियों से पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। पुलिस टीम के हत्थे चढ़े आरोपी पिल्ला गैंग से जुड़े बताए जा रहे हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात निकलकर सामने आई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।