महेंद्र सिंह धोनी ने 14 साल के लंबे अंतराल के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ दी है। आईपीएल के दूसरे सबसे सफल कप्तान धोनी ने 40 की उम्र में कप्तानी से इस्तीफा देकर रवींद्र जडेजा को अपना नया उत्तराधिकारी चुना है। गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को दो दिन बाद 26 मार्च को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपना पहला मैच खेलना था लेकिन इससे पहले धोनी के फैसले ने सभी को चौंका दिया है। अपनी कप्तानी में चेन्नई को चार बार खिताब दिलाने वाले धोनी अब सिर्फ बतौर खिलाड़ी खेलेंगे। माही के फैसले से सोशल मीडिया पर उनके फैंस भी हैरान हैं और काफी भावुक हो रहे हैं।
रवींद्र जडेजा चेन्नई सुपरकिंग्स के नए कप्तान होंगे। महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल के 15वें सीजन से ठीक पहले कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने गुरुवार (24 मार्च) को कप्तानी से हटने का फैसला किया। चेन्नई जडेजा की तीसरी आईपीएल टीम है। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स से आईपीएल की शुरुआत की थी। शेन वॉर्न की कप्तानी में क्रिकेट के गुर सीखने वाले जडेजा को धोनी ने निखारने का काम किया और वे अब चार बार आईपीएल जीतने वाली टीम के कप्तान बन गए।
जडेजा 2008 में अंडर-19 टीम के कप्तान थे। तब टीम इंडिया विराट कोहली के नेतृत्व में मलेशिया में चौंपियन बनी थी। इसके बाद 2008 आईपीएल के लिए राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 12 लाख रुपये में खरीदा था। तब राजस्थान के कप्तान शेन वॉर्न थे। जडेजा को 14 मैच में खेलने का मौका मिला था। उन्होंने 19.28 की औसत से 135 रन बनाए। गेंदबाजी में जडेजा को एक भी सफलता नहीं मिली थी।
आईपीएल के बाद जडेजा को टी20 और वनडे टीम में शामिल कर लिया गया। उन्होंने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ आठ फरवरी 2009 को वनडे में डेब्यू किया था। पहले ही मैच में जडेजा ने 77 गेंद पर 60 रन बना दिए थे। गेंदबाजी में तब जडेजा को सफलता नहीं मिली थी। 10 फरवरी 2009 को श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने अपना पहला टी20 मैच खेला था। तब सात गेंद पर पांच रन बनाए थे।
आईपीएल का 2009 सीजन जडेजा के लिए शानदार रहा। वॉर्न की कप्तानी में उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार किया। जडेजा ने 295 रन बनाने के अलावा छह विकेट भी लिए। वॉर्न ने तब भविष्यवाणी की थी कि जडेजा एक दिन भारत के लिए जरूर खेलेंगे। आईपीएल 2009 के बाद जडेजा सीमित ओवरों में टीम के नियमित सदस्य बन गए। उन्हें टी20 और वनडे में धोनी ने लगातार खिलाया। हालांकि, वे 2011 वर्ल्ड कप टीम में शामिल नहीं हो सके थे।
2012 में जडेजा को चेन्नई सुपरकिंग्स ने दो मिलियन डॉलर में खरीदा। सीएसके से जुड़ने के बाद जडेजा के खेल में भी बदलाव देखने को मिला। वे पहले से ज्यादा जिम्मेदार होकर खेलते दिखे। 2015 में चेन्नई पर बैन लगने के बाद जडेजा 2016 और 2017 सीजन में गुजरात लायंस की ओर से खेले। 2018 में धोनी ने उन्हें फिर से अपनी टीम में शामिल कर लिया।
आईपीएल 2022 से पहले चेन्नई ने चार खिलाड़ियों को रिटेन किया। जडेजा उनमें पहले स्थान पर थे। चेन्नई ने उन्हें सबसे ज्यादा 16 करोड़ रुपये में रिटेन किया। धोनी ने खुद की कीमत घटाई। फ्रेंचाइजी ने उन्हें 12 करोड़ रुपये में रिटेन किया। कहा जाता है धोनी चेन्नई के सभी फैसले लेते हैं। इस बार भी किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए कि उन्होंने खुद ही जडेजा को कप्तान बनाने का प्रस्ताव दिया होगा। अब धोनी खिलाड़ी से ज्यादा टीम के मेंटर के तौर पर दिखाई देंगे।