उत्तराखंड सरकार ने पौड़ी जनपद के दूरस्थ क्षेत्र थलीसैण में उप जिला चिकित्सालय के निर्माण और आधुनिकीकरण के लिए 214.7 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। यह अस्पताल 50 शैय्याओं वाला होगा, जिसे आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इससे थलीसैण, वीरोंखाल, पोखड़ा और पाबौं क्षेत्र की लगभग एक लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सकेंगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि स्वीकृत बजट से न केवल ढांचागत विकास किया जाएगा, बल्कि अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीद, और चिकित्सकों व अन्य स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इससे आपातकालीन स्थितियों में त्वरित उपचार सुनिश्चित हो सकेगा।
डॉ. रावत ने बताया कि थलीसैण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला अस्पताल का दर्जा दिए जाने के बाद अब इसे मानकों के अनुरूप संसाधन सम्पन्न बनाया जाएगा। अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन, सर्जन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्साधिकारी, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर और पैथोलॉजिस्ट जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि “राज्य सरकार ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा इकाइयों को अपग्रेड कर उन्हें सुविधा सम्पन्न बना रही है ताकि ग्रामीणों को इलाज के लिए शहरों की ओर रुख न करना पड़े।” उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 21 उप जिला चिकित्सालय कार्यरत हैं, जबकि छह अन्य चिकित्सा इकाइयों को उच्चीकृत कर उप जिला अस्पतालों में बदला जा रहा है। इनमें गैरसैंण, खानपुर, पुरोला, थलीसैण, डोईवाला और भटवाड़ी शामिल हैं।
इसके अलावा भगवानपुर, चिन्यालीसौड़, हिण्डोलाखाल और गुप्तकाशी की स्वास्थ्य इकाइयों को भी उच्चीकृत किए जाने की योजना है। डॉ. रावत ने कहा कि सरकार की यह पहल राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को जनसामान्य तक सुलभ, सशक्त और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


