हल्द्वानी। उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारियों को अब पूर्व की भांति डीआर (ड्यूटी रेस्ट) मिलेगा। यह निर्णय मंगलवार को कर्मचारियों के धरना-प्रदर्शन के उपरांत हुई वार्ता में लिया गया।
दरअसल ड्यूटी रेस्ट लागू करने की मांग को लेकर काठगोदाम डिपो के कर्मचारियों ने मंगलवार की प्रातः धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। भारी बारिश के बावजूद कर्मचारियों ने मांगों को लेकर जमकर आक्रोश जताया। उनका कहना था कि उन्हें पूर्व में मिलने वाले ड्यूटी रेस्ट को समाप्त कर दिया गया है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना था कि वह लंबे समय से इस मांग को उठा रहे हैं, लेकिन प्रबंधन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिसके चलते उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
विभागीय अधिकारी की मानें तो पहले दिन धरने से संचालन पर कोई खास असर नहीं पड़ा। बावजूद इसके संयुक्त मोर्चे का यह आंदोलन से पीक सीजन में वृहद स्तर पर जाने की सुगबुगाहट को देेते हुए देहरादून और नैनीताल में बैठे आलाअधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया और शीघ्र निस्तारण करने का सुझाव दिया। इस पर सहायक महाप्रबंधक द्वारा कर्मचारियो को दिन में दोबजे से वार्ता के लिये बुला लिया। अपरान्ह 3 बजे से शुरू हुई वार्ता 5 बजे तक चली।
संयुक्त मोर्च के चार पदाधिकारियों के साथ सहायक महाप्रबंधक काठगोदाम सुरेश चौहान, वरिष्ठ केंद्र प्रभारी डीएन जोशी के बीच हुई वार्ता में डीआर (ड्यूटी रेस्ट) को पुनः पूर्व की भांति लागू करने की सहमति जताई गई। जिससे आला आधिकारियों ने राहत की सांस ली। साथ ही कर्मचारियों ने आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया।
इस दौरान धरना-प्रदर्शन में रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन, उत्तराखंड रोडवेज मजदूर संघ से जुड़े किशोरी लाल, सतीश लाल, राजेश कोहली, पवन कुमार, भूपेंद्र बिष्ट, चंदशेखर छिम्वाल, निर्मल जोशी, मनोज भट्ट, आंनद बिष्ट, पूरन राणा, संदीप सिंह, शुभम सौदा, नीरज कन्याल, दुर्गा प्रसाद, हरीश रावत, हेमंत गड़िया, पुष्कर मेहरा, विनोद तिवारी, नावेद अली, विजय चौहान, देवेश कुमार, शशिकांत गौतम, हरीश रावत, गजेंद्र सिंह, सुमित कुमार, हरीश जोशी, राकेश चंद, कमल धामा, अमन कुमार, जगदीश बिष्ट, धर्मेन्द्र क्वेराली, अमन कुमार, विजय चौहान, हेम कवि दयाल, बिशन चंद, ममता बिष्ट आदि मौजूद रहे।