लालकुआं। मां अवंतिका मंदिर में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के सातवें दिन भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम दिखाई दिया। मौका था कथावाचक पंडित दुर्गा दत्त त्रिपाठी द्वारा दीप दान की महिमा के वर्णन का।
जिसे शिरोधार्य कर बड़ी संख्या में शिव भक्त आज घर से दीप बाती लेकर उमड़े और सायं आरती के पश्चात गोधूलि बेला में मां अवंतिका मंदिर के संपूर्ण क्षेत्र में असंख्य दीपों को रोशन किया गया। श्री शिव महापुराण कथा पंडाल के चारों ओर स्थित समस्त देवालयों में श्रद्धालुओं ने बड़े ही श्रद्धा भाव से दीप प्रज्वलित कर भगवान भोलेनाथ की कृपा को प्राप्त किया। श्रद्धालुओं का सैलाब व्यास पीठ के समक्ष दीप प्रज्जवलित करता हुआ।
मां अवंतिका मंदिर कोकिला दरबार शिवालय शनि देव विघ्न विनाशक गजानन गुरु गोरखनाथ काल भैरव जगत जननी जगदंबा महाकाली के अलावा विल्व और कदली वृक्षों में दीप प्रज्वलन करता हुआ श्रद्धा और भक्ति से सराबोर रहा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने ब्रह्मलीन बाबा चंद्र प्रकाश भारती के मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित कर संत समाज के प्रति अपनी श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। उल्लेखनीय है कि श्री शिव महापुराण कथा में दीपदान का अत्यंत महत्व बताया गया है।
शिव क्षेत्र अथवा शिवालय में दीपदान करने का लौकिक और अलौकिक दोनों प्रकार का लाभ मिलता है। व्यक्ति अपने समस्त संकटों से मुक्त होकर भगवान शिव की कृपा से परम आनंद को प्राप्त करता है। दीपदान मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य पंडित चंद्र शेखर जोशी के दिशा निर्देशन में संपन्न कराया गया।