उत्तराखंड में विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा 228 नियुक्तियों का निरस्त होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है वहीं पुष्कर सिंह धामी के द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के फैसले का स्वागत किया गया है तो वहीं उत्तराखंड कांग्रेस के खेमे से अभी बड़ी खबर सामने आ रही है जानकारी के अनुसार बता दे नियुक्तियों के निरस्त किए जाने वाले मामले में इस मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने जो निर्णय लिया वो स्वागत योग्य है।लेकिन उम्मीद की जानी चाहिये की उत्तराखंड के अंदर जिन भर्तियों मे घोटाला हुआ है,
उसमे भी इतनी ही तेज़ कार्यवाही होनी चाहिये, लेकिन उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग मामले मे ऐसा नही हो रहा है, कांग्रेस की सरकार से मांग है की जैसे विधानसभा भर्तियों का निर्णय आया वैसे ही अन्य भर्तियों का निर्णय भी जल्द से जल्द आना चाहिये।और पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए।
वही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि जब मेरे द्वारा की गई नियुक्तियों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने वैध करार दिया तो नियुक्तियां रद्द क्यों की गई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी के निर्णय पर गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद बहुत बड़ा होता है, इसलिए इस मामले पर मेरा कोई कमेंट नहीं है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के अंदर बेरोजगारी बहुत है इसलिए यह कदम बेहद चिंतनीय नजर आ रहा है, यही नहीं उनके कार्यकाल में भर्तियां इसलिए की गई थी कि तात्कालिक आवश्यकता इन भर्तियों की थी, लेकिन अब जब इन भर्तियों को रद्द कर दिया गया है तो अब सरकार को उन परिवारों के बारे में भी सोचना चाहिए जिनकी नियुक्तियों को आज रद्द किया गया है।


