रामनगर – विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व मे 13 साल बाद पक्षियों की गणना का कार्य संपन्न हो चुका है। कॉर्बेट की 12 रेंजों में 24 टीमों ने 3 दिनों तक (16 फरवरी से 18 फरवरी तक) अलग-अलग जगह पक्षियों को चिह्नित कर उनकी प्रजातियों के बारे में जाना। कॉर्बेट रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 600 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।
सीटीआर निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि 16 से 18 फरवरी तक कॉर्बेट पार्क में पक्षियों की प्रजातियों की गणना की गई। उन्होंने बताया की 13 वर्ष बाद गणना की गई।इसमें उन सभी पक्षियों की गणना की गई जो सर्दियों में दिखाई देती हैं, इसमें प्रवासी पक्षी की क्या प्रिसेंस है, उसे भी मॉनिटर किया गया. बरसात में इस कार्य को दोबारा दोहराया जाएगा.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पूरे लैंडस्केप में पक्षियों की क्या चेकलिस्ट है, उसे भी तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पक्षी विशेषज्ञों ने सीटीआर में बिजरानी कैंप क्षेत्र, मालानी वन क्षेत्र, धनगढ़ी श्रोत, गैरल,ढिकाला, ग्रासलैंड, फुलई वन क्षेत्र, खिनानोली, हल्दुखेड़ा, फाटों, लालढांग, झिरना स्रोत, जमुनावांड, रामगंगा रिवरवायर, पटेरपानी और वर्क चार्ज कॉलोनी आदि जगहों पर पक्षियों की गणना की.बता दें कि इस बार कॉर्बेट में पक्षियों की प्रजातियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. क्योंकि तीन दिन तक चले पक्षियों की गणना में कई पक्षियों की नई प्रजातियां दिखाई दी हैं, जिससे पक्षी विशेषज्ञ भी गदगद नजर आ रहे हैं।


