उत्तराखंड में जिला पंचायत चुनाव को लेकर हुए हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा अब तूल पकड़ता जा रहा है। नैनीताल में 14 अगस्त 2025 को हुए जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई कथित भड़काऊ बयानबाजी, गाली-गलौज और धमकियों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष नितिन कार्की ने इस मामले को गंभीर बताते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा नेता नितिन कार्की के अनुसार, चुनाव के दिन कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और विधायकों ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार, पुलिस प्रशासन और भाजपा पदाधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सार्वजनिक रूप से गाली-गलौज की गई और धमकियां दी गईं। इस दौरान कई लोगों के नाम लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की गईं, जिनकी वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
कार्की ने मांग की है कि भाजपा कार्यकर्ता दीपा दरम्वाल द्वारा दर्ज कराई गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाए और दोषियों के विरुद्ध निष्पक्ष कार्रवाई की जाए।
इस मामले में विधायक सरिता आर्या ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता लखन सिंह द्वारा मुख्यमंत्री के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री पूरे उत्तराखंड के नेता हैं, उनके लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करना बेहद शर्मनाक है और इससे कांग्रेस की सोच का स्तर सामने आता है।”
इसी बीच, कांग्रेस विधायक सुमित हृदेश पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। दावा किया गया है कि उन्होंने जिला पंचायत सदस्यों का “अपहरण” कर उन्हें करीब 10 दिनों तक अपने पास रोके रखा और उनके निर्वाचन प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट) भी अपने कब्जे में ले लिए। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान न पहुंचे।
इस प्रकरण को लेकर भाजपा के कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर नाराजगी जताई। इनमें मंडी परिषद के सलाहकार मनोज जोशी, महिला मोर्चा की कविता गंगोला, जिला मंत्री दीपिका बनवाल, नीतू जोशी, मंडल मंत्री आशा आर्य, पूर्व सभासद प्रेम अधिकारी, उपाध्यक्ष ज्योति ढोंडियाल, मीरा बिष्ट, महामंत्री आशीष बजाज, मंडल मंत्री प्रदीप आर्य और विकास जोशी, उपाध्यक्ष मोहित लाल साह, कार्यालय मंत्री भारत सिंह मेहरा, पूर्व मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, सभासद मनोज जगाती सहित कई प्रमुख कार्यकर्ता शामिल थे।


