देहरादून। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को गांधीनगर, गुजरात से ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान का वर्चुअली शुभारंभ किया। आयुष्मान भव अभियान केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और कस्बे तक स्वास्थ्य सेवाओं की संतृप्ति कवरेज प्रदान करना है।
यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक ‘‘सेवा पखवाड़ा’’ के दौरान चलाया जाएगा। आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत आयुष्मान-आपके द्वार 3.0, स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान सभाओं का आयोजन और हर गांव व पंचायत में आयुष्मान मेलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिक से अधिक करना है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, सहित सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विभिन्न क्षेत्रों से संबद्ध अधिकारियों ने वर्चुअली प्रतिभाग किया। ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान के शुभारंभ के अवसर पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम राजभवन में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मौजूद रहे।
राजभवन में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निःक्षय मित्र बनकर रोगियों की मदद करने वाली 05 संस्थाओं, एक्शन फॉर एडवांस डवलपमेंट सोसायटी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड उत्तराखण्ड, द हिमालयन वेलनेस कंपनी, बालाजी सेवा संस्थान उत्तराखण्ड और लायंस क्लब देहरादून को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने उपस्थित सभी लोगों को अंगदान/देहदान की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ योजना भारत के 140 करोड़ लोगों के जीवन में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए और लोगों के जीवन को सुखमय बनाने के लिए एक बड़ा क्रांतिकारी अभियान है। हर एक नागरिक के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेते हुए केंद्र सरकार ने बहुत बडे़ अभियान की शुरूआत की है। यह अभियान हर घर और हर व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ इस अभियान से जुडे़ रेखीय विभागों को गंभीरता से कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘‘आयुष्मान भव’’ अभियान निश्चित रूप से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने में सफल होगा। इस विशेष अभियान के दौरान जो कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, उससे स्वास्थ्य विभाग की नीतियों व कार्यक्रमों के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए विशिष्ट दृष्टिकोण विकसित होगा। हमारा पारंपरिक ज्ञान कहता है कि अच्छे स्वास्थ्य से बड़ी नेमत कुछ नहीं है। हमारी संस्कृति विश्व को एक परिवार के रूप में देखना सिखाती हैं और अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारा दृष्टिकोण ’’एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’’ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को हर क्षेत्र में व्यापक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। हर क्षेत्र में लाभार्थियों तक सुविधाओं को पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के परस्पर समन्वय से कार्यों का सफल संपादन किया जा रहा है।