बागेश्वर
जनपद के सभी खनन पट्टाधारक दियें गयें लक्ष्य के अनुसार अनिवार्य रूप से समय से पौधारोपण करना सुनिश्चित करेंगे, रोपित पौधों को थर्ड पार्टी से परीक्षण भी कराया जायेगा, यह बात जिलाधिकारी रीना जोशी ने खनन पट्टाधारकों द्वारा पौधारोपण समीक्षा बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि प्रकृति से जो उत्पाद ले रहें है तो पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण व जल संवर्द्धन में पट्टाधारक अपना योगदान देना सुनिश्चित करें।
जिला कार्यालय में खनन पट्टाधारकों को लक्ष्य के अनुसार पौधारोपण करने के निर्देश दियें गयें थें की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पट्टा धारकों व उनके प्रतिनिधियों से दियें गयें लक्ष्य को गंभीरता से लेते हुए कहा वर्षाकाल चल रहा है, यही उपयुक्त समय है, इसलिए लक्ष्य के अनुसार पौधारोपण करना सुनिश्चित करें। पौधों के लिए वन विभाग व उद्यान विभाग से संपर्क करें। प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा जनपद अथवा जनपद के बाहर के नर्सरी में पौधों की उपलब्धता बताते हुए नर्सरियों के दूरभाष नंबर पट्टाधारकों को बताये गयें। उन्होंने बताया कि पट्टाधारकों द्वारा 30 प्रतिशत औषधिय, 30 प्रतिशत फलदार व 20-20 प्रतिशत छायादार ईमारती लकडी तथा चारा प्रजाति के पौधों का रोपण निर्धारित किया गया है। जनपद में सभी पट्टाधारकों को वर्षाकाल से पूर्व 1 लाख,60 हजार पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया था,जबकि अभी तक पट्टा धारकों द्वारा मात्र लगभग 65 हजार पौधों का रोपण किया गया है, जिसमें से 43 हजार पौधों का वन विभाग द्वारा सत्यापन भी किया गया है।
जिलाधिकारी ने खनन पट्टा धारकों को निर्देश दियें कि लक्ष्य के अनुसार सभी पट्टाधारक अगस्त माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधारोपण करना सुनिश्चित करें। वन, राजस्व तथा खनन विभाग के संयुक्त सत्यापन के बाद ही खनन की संस्तुति दी जायेगी, इसलिए सभी पट्टाधाकर निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए निर्धारित क्षेत्र में शत-प्रतिशत पौधारोपण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित खनन पट्टा धारकों को नोटिस जारी करने के निर्देश खनन अधिकारी को दियें।
विधायक कपकोट सुरेश गढिया ने पट्टाधारकों को निर्देश दियें कि वे अनिवार्य रूप से पौधारोपण करना सुनिश्चित करें, तथा पौधों की देख-रेख भी अनिवार्य है, इसके लिए घेर-बाढ भी की जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रों से खनन का दोहन किया जा रहा है, इसलिए पर्यावरण सुरक्षा भी अतिआवश्यक है। इसलिए समय से पौधारोपण लक्ष्य पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रों में खनन कार्य मानकों के अनुसार वैज्ञानिक ढंग से किया जाए, साथ ही जल संवर्द्धन, वन संवर्द्धन तथा पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान दिया जाए, यह हमारी जवाबदेही भी है, लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उपजिलाधिकारी हरगिरि, परितोष वर्मा, मोनिका, खान अधिकारी लेघराज सहित खनन पट्टाधारक मौजूद थे।