देहरादून। एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड /साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा द्वारा गैर राज्य दिल्ली में पार्सल भेजने वाले 08 नाइजीरियाई साईबर ठगों पर की गयी कार्यवाही । यूनाईटेड किंगडम के नागरिकों का प्रतिरूपण कर कस्टम डिपार्टमेण्ट का अधिकारी बनकर देश के कोने-कोने में लोगों को साईबर अपराधियों द्वारा ठगा जा चुका है ।
मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्त कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है । साइबर अपराधियों द्वारा जनता से धोखाधड़ी करने के नित्य नए तरीके अपनाए जार हे हैं । इसी क्रम में शिकायत कर्ता श्रीमति रेशमा दीवान के मोबाईल नम्बर पर अज्ञात द्वारा यूनाईटेड किंगडम का विदेशी नागरिक बनकर व्हाटसएप्प पर कांल/चैट कर दोस्त बनकर गिफ्ट भेजने के नाम पर कस्टम डिपार्टमेंट से फोन करवाकर गिफ्ट रिलिज करने के नाम पर वादनी से 19 लाख रुपये धोखाधड़ी करने के आधार पर थाना साईबर क्राईम पुलि सस्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 05/23 धारा 420, 120बी आईपीसी व 66 डी आई0टी0 एक्ट पंजीकृत किया गया, जिसकी विवेचना साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून में नियुक्त निरीक्षक देवेन्द्र सिंह नबियाल के सुपुर्द की गयी ।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयासों से साक्ष्य एकत्रित करते हुये इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, 01 अभ्यिुक्त को गिरफ्तार कर अन्य 07 अभियुक्तगण को गली नम्बर 7, विपिन गार्डन, थाना मोहन गार्डन, नई दिल्ली में पकड़ कर कानूनी कार्यवाही की गई है । गिरोह के अन्य सदस्यों एवं सरगना की तलाश जारी है ।
अभियुक्तगण द्वारा पूरे भारत में विभिन्न अपराध करने के लिए 21 अलग-अलग मोबाईल फोन, 05 लैपटॉप का इस्तेमाल किया गया। अभियुक्तगण द्वारा प्रयोग किये जा रहे उपकरणों का प्रयोग कर पूरे भारत में कई पीड़ितों से पैसे लिए गए हैं ।
संदिग्ध अभियुक्तगणों ने प्रतिरूपण, फिशिंग, फर्जी कस्टम विभाग के अधिकारी बनकर और पहचान की चोरी के जरिए पूरे भारत में लोगों को ठगा है ।
अपराध का तरीकाः- अभियुक्तगण द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर वर्चुअल नम्बर क्रय कर, विभिन्न महिलाओं/पुरूषों के साथ अपने वर्चुअल नम्बर का प्रयोग कर स्वयं को यूनाईटेड किंगडम का नागरिक बताकर दोस्ती करना । दोस्ती करने के बाद यूनाईटेड किंगडम से काफी मंहगा पार्सल भेजने की बात कहकर, फिर पिड़ितों को एयरपोर्ट के कस्टम डिपार्टमेण्ट से फोन करवाकर उनके विरूद्ध विदेश से बिना टैक्स व अवैध तरीके से गिफ्ट मंगवाने के लिए कस्टम डिपार्टमेण्ट में अभियोग पंजीकृत करवाने की धमकी देकर मामले का निप्टारा करने के लिए व विभिन्न टैक्सों के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में पैसा डलवाना । अभियुक्तगण द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट व विभिन्न सिम कार्ड का प्रयोग किया जाता है । एक पिडित से एक मोबाईल फोन व सिम कार्ड का प्रयोग कर फर्जी आई0डी0 पर नये-नये सिम कार्ड व मोबाईल हैण्ड सेट क्रय किये जाते है ।
प्रकाश में आये अभियुक्त-
1- चिजियोके निदिमकाओहा पुत्र निदिमकाओहा निवासी नाइजीरिया (गिरफ्तार)
2- ओक्कुलु चुक्कू अबोह पुत्र ओक्कुलु निवासी इहियाआ, नाइजीरिया (धारा 41ए)
3- स्टेनली पुत्र ओजुब्रकेओनवू निवासी अनंबरा राज्य नाइजीरिया (धारा 41ए)
4- ओनिवुरु जोनाथन उबिका निवासी इनियो, एजीबीओनिया, नाइजीरिया (धारा 41 ए)
5- ओकोलिएंथा वेनिटस निवासी अनंबरा राज्य नाइजीरिया (धारा 41ए)
6- अवाकपो संडे पुत्र अवाकपो निवासी एगबियोनिया, नाइजीरिया (धारा 41ए)
7- नवाचुकवु वीगोचुकवु फेवर पुत्र दिवंगत प्रमुख बेनार्ड नवाचुकवु निवासी नाइजीरिया (धारा 41ए)
8- ओनेबुची चिनासा फ्रैंकलिन पुत्र ओनेबुची निवासी नाइजीरिया (धारा 41ए)
आपराधिक इतिहास – विवेचना में अभी तक बरामद साक्ष्य के आधार पर अभियुक्तों का मुकद्दमा संख्या 28/21 सरायकेला झारखण्ड, साइबर शिकयतें रामानाथपुरम तमिल नाड़ु, कोल्हापुर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों में मिली हैं |
पुलिस टीम
1-निरीक्षक देवेन्द्रन बियाल
2-उ0नि0 आशीष गुसाईं
3-अ0उ0नि0 मुकेश चन्द
4-कानि0 नितिन रमोला
5- का0 सोहन बडोनी
6- का0 पवन पुण्डीर
तकनीकी सहायता-
1- अ0उ0नि0 मनोज बेनीवाल ।
2- हे0का0 प्रमोद।
3- कानि0 मोहन असवाल।
4- कानि0 अनिल।
5- कानि0 दीपक चंदोला ।