नैनीताल
लगभग तीन दशक के लंबे अंतराल के बाद, तराई पश्चिम वन प्रभाग के सुरक्षा उप प्रभाग में सरकार द्वारा एक स्थायी उप वन प्रभागीय अधिकारी की तैनाती की गई है। इस कदम से सरकार के वन संरक्षण के प्रति कड़े रुख का स्पष्ट संकेत मिलता है, खासकर अवैध कटाई, अवैध खनन और अन्य अवैध गतिविधियों के विरुद्ध।
गौरव कुमार पंत, जिन्हें तराई पश्चिम वन प्रभाग के सुरक्षा उप प्रभाग में उप वन प्रभागीय अधिकारी (एसडीएफओ) के रूप में तैनात किया गया है, ने केंद्रीय वन प्रशिक्षण अकादमी, कोयंबटूर से वन विज्ञान में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उनकी नियुक्ति से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे वन प्रभाग में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करेंगे।
सरकार द्वारा इस महत्वपूर्ण पद पर एक युवा अधिकारी की तैनाती इस बात का स्पष्ट संकेत है कि तराई पश्चिम वन प्रभाग के सुरक्षा उप प्रभाग में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गौरव कुमार पंत की तैनाती से क्षेत्र में वन संरक्षण एवं अवैध खनन, शिकार, अतिक्रमण जैसे कृत्यों पर कड़ा नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यह कदम वन सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है और वन विभाग के अभियानों को और भी प्रभावी बनाने में सहायक सिद्ध होगा।