STF और साइबर क्राईम पुलिस को मिली बड़ी सफलता,बैंक खाते और सिम कार्ड सप्लाई करने वाले एक और बड़े हवाला ऑपरेटर को किया गिरफ्तार

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कार्यालय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तराखण्ड

🔸बैंक खाते और सिम कार्ड सप्लाई करने वाले एक और बड़े हवाला ऑपरेटर को एसटीएफ साइबर थाने ने गिरफ्तार किया।
🔸गिरफ्तार अभियुक्तों के गिरोह पर पूरे देशभर 159 मुकदमे एवं 3272 विभिन्न साइबर अपराधों में देश भर में आपराधिक तार है।अभियोग में तीसरी गिरफ़्तारी।
🔸 पूर्व में इसी अभियोग में केरला एवं कर्नाटक से हुई थी गिरफ्तारी।
🔸अभियुक्त की गिरफ्तारी महाबलेश्वर महाराष्ट्र (1800 kms) से की गयी।
🔸एक और राष्ट्रीय घोटाला लगभग 21 करोड़ संदिग्ध राशि के लेनदेन को दर्शाता है।
🔸संदिग्ध आरोपी की भारत के हर राज्य की पुलिस को तलाश थी।
एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नम्बर +447878602954 व अन्य नम्बरो से वादी मुकदमा को व्हटसप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को लिसा नाम से बताते हुये https://in create wealth2.com वेबसाईट पर मुयचल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर 1 करोड रुपये की ऑनलाईन धोखाधडी किये जानेसम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून पर मु0अ0सं0-25/22 , धारा420भादवि व 66 डी आईटी एक्ट पंजिकृतकिया गया। अभियोग की विवेचना साईबर थाने में नियुक्त अपर उ0निo मुकेश चन्द्र ( विवेचक) के सुपुर्द की गयी । जिनके द्वारा अभियोग में तकनीकी विश्लेषण कर साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में एक और अभियुक्त यूसुफ मिर्जा खान पुत्र मिर्जा बोला खान निवासी रूम नं0 141, साल्ड पैन रोड, बिहाईंड संगम नगर पुलिस स्टेशन, हिन्दुस्तान नगर, वडाला ईस्ट मुम्बई सिटी महाराष्ट्र उम्र 46 वर्ष, को महाबलेश्वर महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया।

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अपराध का तरीकाः-अभियुक्तगण द्वारा वादी मुकदमा के मोबाईल नम्बर पर मलेशिया से व्हाट्सएप पर एक मैसेज कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए https://in create wealth2.com पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी गयी जिसमें वादी द्वारा पेटीएम के माध्यम से 10,000/- रुपये की राशि के साथ शुरुआत की गयी, अभियुक्त गण द्वारा वादी मुकदमा को लुभाने हेतु भारतीय बैंकों का इस्तेमाल किया गया, जिसके पश्चात धीरे-धीरे जब वादी को उचित रिटर्न मिलना शुरू हुआ तो उनके द्वारा भारतीय बैंकों में पैसा लगाकर अपनी राशि बढ़ाकर लगभग 30 लाख रुपये कर दी, इसी तरह अभियुक्त गण द्वारा वादी के साथ भारतीय बैंकों के माध्यम से लगभग 1 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी की गयी तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम आईडी कार्ड का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।

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इसके अतिरिक्त भारत सरकार I4C गृह मंत्रालय के सहयोग से अभियुक्त से बरामद विभिन्न बैंक खातों मोबाइल नंबरों का भी गहनता से विवेचना में विश्लेषण किया गया है जिसमें अभियुक्त के ऊपर 159 मुकदमे एवं 3272 आपराधिक लिंकेज (Criminal Linkages) जो देश के सभी राज्यों में एवं केंद्र शासित प्रदेशों में मिले | *अभियुक्त के ऊपर उत्तर प्रदेश 19 महाराष्ट्र 02 तेलंगाना 62 दिल्ली 15 बिहार 07 तमिलनाडु 14 हरियाणा 08 कर्नाटक का 15 गुजरात 06 आंध्र प्रदेश 03 छत्तीसगढ़ चार उत्तराखण्ड 02 चंडीगढ़ 02 आदि मिलाकर के कुल 159 अभियोग मैं अभियुक्त वांछित है | उत्तराखण्ड राज्य में ही 54 मामलों में अभियुक्त की संलिप्तता पाई गई है |*

पूर्व से गिरफ्तार अभियुक्तः-
1- महमीद सरीफ पुत्र सुलेमान निवासी 1-115 मार्केट रोड बड़ा उडिपि कर्नाटका उम्र 40 वर्ष।
2- अभियुक्त वैश्यक उनीकृष्णन् पुत्र उनीकृष्णन् निवासी – ओलेसरी हाऊस पल्लथ रोड, कोडूगंलूर पुलुट त्रिशूर, केरला, उम्र – 34 वर्ष।

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गिरफ्तार अभियुक्तः-
1- यूसुफ मिर्जा खान पुत्र मिर्जा बोला खान निवासी रूम नं0 141, साल्ड पैन रोड, बिहाईंड संगम नगर पुलिस स्टेशन, हिन्दुस्तान नगर, वडाला ईस्ट मुम्बई सिटी महाराष्ट्र, उम्र 46 वर्ष।

बरामदगीः-
1. 01 मोबाईल फोन
2. 02 सिम कार्ड

पुलिस टीमः-
1- अपर उ0नि0 मुकेश चन्द्र (विवेचक)
2- उ0नि0 आशीष गुसाँई
3- कानि0 नितिन रमोला

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड  आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि अनजान कॉल (कोरियर कम्पनी, कस्टम डिपार्टमैन्ट) की कॉल आने पर भली भांति जांच कर लें, किसी भी प्रकार के ऑनलाईन पेमैन्ट करने से पूर्व उक्त कम्पनी / डिपार्टमैन्ट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930  नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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