देवीधुरा/चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां बाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बग्वाल मेले में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने माँ वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की एवं मां बाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने नगर पंचायत पाटी की स्थापना के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवीधुरा सुविधाओं का उच्चीकरण, एम्बुलेंस की तैनाती, व आवासीय परिसर का सुधारीकरण के साथ ही कई घोषणाएं भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान आध्यात्मिक रूप से जितना समृद्ध है। प्राकृतिक रूप से भी उतना ही अधिक मनोरम है। इस अलौकिक भूमि का न केवल ऐतिहासिक महत्व रहा है, बल्कि इस क्षेत्र का पौराणिक महत्व भी किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति की महानता के विषय में आम लोगों को जागृत करने का काम हमारे ऐतिहासिक मेले करते हैं और बग्वाल का यह ऐतिहासिक मेला भी इसी का एक अनुपम उदाहरण है।
इस प्रकार के मेले से हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे लोक कलाकारों को भी बढ़ावा मिलता है। इस विरासत को संभाले रखना हम सभी का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले हमारे समाज को जोड़ने तथा हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। इससे पहले गुरुवार को पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचौड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी द्वारा पूजा अर्चना की गई। जिसके बाद 12 बजकर 40 मिनट से एक एक कर सभी चारों खामों तथा सात थोक के बगवालियों का आगमन हुआ। 2:14 मिनट पर बग्वाल शुरू हुई। बताया कि इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से खेली गई।