जम्मू। एजेंसी
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (कारागार) हेमंत लोहिया की सोमवार रात उनके ही निवास पर गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने उनके शव को जलाने की भी कोशिश की। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जसीर के रूप में पहचाने गए उसके घरेलू नौकर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया था, जो फरार है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के समय बड़ी घटना से पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।
शरीर पर जलने के निशान
जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह जम्मू के बाहरी इलाके में उदयवाला में उनके घर पर पहुंचे और मौका-मुआयना किया। उन्होंने बताया कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया के शरीर पर जलने के निशान और उनका गला कटा हुआ पाया गया।
पहले हत्या, फिर टूटी बोतल से गला रेता
घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में कुछ तेल लगाया होगा जिसमें कुछ सूजन दिखाई दे रही थी। पुलिस प्रमुख ने कहा कि वारदात से ऐसा लग रहा है कि हत्यारे ने पहले लोहिया को मौत के घाट उतारा था और उसके गले को काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया और बाद में शव को आग लगाने की कोशिश की थी। आवास पर मौजूद गार्डों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी। उन्होंने बताया कि दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण उन्हें तोड़ना पड़ा।
घरेलू नौकर फरार
एडीजीपी ने कहा कि अपराध स्थल की प्रारंभिक जांच हत्या की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि घरेलू सहायक फरार है। उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। फोरेंसिक और अपराध दल मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस परिवार अपने वरिष्ठ अधिकारी की मौत पर दुख और गहरा दुख व्यक्त करता है।
जम्मू के बाहरी इलाके में रहते थे लोहिया
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी 57 वर्षीय लोहिया जम्मू के बाहरी इलाके उदयवाला में रहते थे। यहीं पर घर के अंदर उनकी लाश मिली है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल हत्या के पीछे के सही कारणों का पता नहीं चल सका है।
दो माह पहले हुई थी तैनाती
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी एचके लोहिया को दो महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर के कारागार विभाग का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया था।
गृहमंत्री जम्मू में ही
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू में ही दौरे पर हैं। इस दौरान इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।