देवभूमि में नशे का नेटवर्क ध्वस्त — एएनटीएफ की सटीक प्लानिंग से गिरे ड्रग माफिया के गुर्गे

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उत्तराखंड में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशे के कारोबार पर फिर से कड़ा प्रहार किया है। एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। 

एएनटीएफ और थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस की संयुक्त टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 123 ग्राम अवैध हेरोइन बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹36 लाख बताई जा रही है।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) नवनीत सिंह भुल्लर के निर्देशन में “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025” के तहत प्रदेशभर में नशे के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 12 नवंबर की रात थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में की गई कार्रवाई के दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों — अब्बास (35) और मोहम्मद सावेज (27) — को गिरफ्तार किया।

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पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे यह हेरोइन उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी जाकिर नामक व्यक्ति से खरीदकर लाते थे। इसके बाद वे इसे देहरादून और आसपास के इलाकों में, खासकर कॉलेज विद्यार्थियों और युवाओं को छोटी मात्रा में बेचते थे। इससे उन्हें मोटा मुनाफा मिलता था।

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एएनटीएफ ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देवभूमि उत्तराखंड को नशामुक्त बनाने का लक्ष्य लेकर अभियान लगातार जारी रहेगा, और नशे के कारोबार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

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