चन्द्रशेखर जोशी
रामनगर-राजकीय इंटर कालेज ढेला में आज भारत छोड़ो आंदोलन के संग्रामियो को याद किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत प्रातकालीन सभा में 1942 के भारत छोड़ों आंदोलन के संग्रामियों के चित्र पर प्रधानाचार्य श्रीराम यादव व स्टाफ के माल्यार्पण से हुई। आकांक्षा सुंदरियाल,खुशी बिष्ट,कोमल सत्यवली की टीम ने उस दौर में प्रताप बोरा द्वारा लिखे गीत उठो हिटो ददा भूलियो,आज कसम हम खोला की संगीतमय प्रस्तुति दी।उसके पश्चात बारहवीं की छात्रा सानिया अधिकारी द्वारा आज के दिवस के महत्व पर बातचीत रखते हुए बताया गया कि
भारत छोड़ो आन्दोलन 8 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया ।
इसका लक्ष्य भारत से ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त करना था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुम्बई अधिवेशन में शुरू किया गया था। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विश्वविख्यात काकोरी काण्ड के ठीक सत्रह साल बाद 8 अगस्त सन 1942 को गांधीजी के आह्वान पर समूचे देश में एक साथ आरम्भ हुआ। यह भारत को तुरन्त आजाद करने के लिये अंग्रेजी शासन के विरुद्ध एक सविनय अवज्ञा आन्दोलन था।
अंग्रेजी प्रवक्ता नवेंदु मठपाल ने कहा कि इस दिन के बाद से अगले पांच सालों तक अंग्रेज सरकार को जरा भी चैन नहीं मिल सका. देश में लगातार जिस तरह आंदोलन चल रहा था, उसने अंग्रेजों की पकड़ पूरी तरह ढीली ही नहीं की बल्कि उन्हें भी महसूस करा दिया कि अब वो भारत में रह नहीं पाएंगे। और अंत में 15अगस्त 1947को उन्हें जाना ही पड़ा।
इस मौके पर बच्चों को भारत छोड़ो आंदोलन से संबंधित डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई।प्रतिभागी बच्चों को पुरुस्कृत भी किया गया।इस मौके पर प्रधानाचार्य श्रीराम यादव,मनोज जोशी,नवेंदु मठपाल,शैलेंद्र भट्ट,संत सिंह,नफीस अहमद, हरीश कुमार,दिनेश निखुरपा, पद्मा.बालकृष्ण चंद,सुभाष गोला, जया बाफिला,उषा पवार,संजीव कुमार,प्रदीप शर्मा, नरेश सागर मौजूद रहे।


