वनों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों पर दर्ज हो एफआईआरः आयुक्त

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। संवेदनशील क्षेत्रों में पैनी नजर रखने के साथ ही वनों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश आयुक्त दीपक रावत ने वीसी के माध्यम से मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं पी.के. पात्रों को दिये।

आयुक्त ने कहा कि वनाग्नि घटना की सूचना मिलती है, उस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। जिसका रिस्पॉन्स टाइम कम से कम होना चाहिए.मौजूदा समय में कुमाऊं के कई क्षेत्रों में जंगल आग की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को वनाग्नि की रोकथाम के संबंध में स्थानीय स्तर पर प्रभारी वनाधिकारी के स्तर पर अधिकारी नामित करने के साथ ही लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर-उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा इस भर्ती परीक्षा मे अनुपस्थित होने वाले अभ्यर्थियों के लिए update

 आयुक्त ने कहा कि जिन क्षेत्रों में आग लगी है उन स्थानों पर अधिक से अधिक फायर वाचर तैनात किये जांए ताकि आग पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा जिन क्षेत्रों में आग लगी है सम्बन्धित क्षेत्रों के फायर वाचर एवं वन रक्षक अवश्य उन क्षेत्रों उपस्थित रहें अपने कार्यक्षेत्र में लापरवाही ना बरतें। उन्होंने निर्देश दिये कि जानबूझकर अगर कोई वनों में आग लगाने की घटना में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।   

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड कार्यकाल समाप्त होने से पहले जिला पंचायत सदस्य ने दिया इस्तीफा

       आयुक्त ने कहा कि जिला स्तर से पीआरडी एवं होमगार्ड की तैनाती शीघ्र कर दी जायेगी। जिन क्षेत्रों में आग लगी है आग बुझाने हेतु ग्राम विकास अधिकारी द्वारा स्थानीय लोगों की सीजनली तैनाती की जायेगी। उन्होंने कहा मेन सडक के आसपास आग लगने पर फायर ब्रिगेड की तैनाती भी की जायेगी। आयुक्त ने कहा कि वन क्षेत्र अति संवेदनशील व संवेदनशील हैं, साथ ही आग लगने की घटनाओं की रोकथाम के लिए क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं, इस संबंध में विस्तार से चर्चा की।  वीसी में प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजू लाल, डा0 विनय कुमार भार्गव के साथ ही सम्बन्धित क्षेत्रों के वनाधिकारी उपस्थित थे।  

Happy Diwali
Happy Diwali
Happy Diwali
Shubh Diwali