उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में दुष्कर्म को लेकर मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं जिससे उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार का नाम खराब हो रहा है एक ऐसा ही मामला हरिद्वार से ही सामने आ रहा है यहां सिडकुल थाना क्षेत्र में युवती को बंधक बनाकर करीब दो महीनों तक दुष्कर्म करने और फिर उसे 2 लाख रुपये में बेचने का मामला सामने आया है।
मामला मार्च महीने का है, लेकिन पुलिस पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी और आखिर में पीड़ित ने देहरादून पहुँचकर डीआईजी गढ़वाल से मामले की शिकायत की।
वहीं, डीआईजी गढ़वाल के आदेश पर हरिद्वार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सिडकुल थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले की रहने वाली है, जो हरिद्वार के सिडकुल एरिया में एक फैक्टरी में काम करती है और यहीं किराए के कमान में रहती है।
वहीं, आरोपित युवती का पड़ोसी है, जिसे पीड़ित अंकल कहती थी, उसी ने पीड़ित के साथ विश्वासघात किया है।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि जिस घर में वो किराये पर रहती है, उसी के पड़ोस में राजकुमार नाम का व्यक्ति भी रहता था।
पीड़ित उसे अंकल कहकर बुलाती थी। आरोप है कि मार्च में आरोपित ने पीड़ित को घूमाने का बहाना बनाया और इसके लिए आरोपित ने अपने दोस्त को गाड़ी लेकर भी बुलाया था।
पीड़ित के मुताबिक आरोपित उसे यूपी के सहारनपुर जिले में लेकर गया, जहां उसने पीड़ित को नीटू गुर्जर नाम के व्यक्ति को दो लाख रुपये में बेच दिया। इसके बाद युवती को किसी अनजान जगह पर ले जाकर हिन्दू रीति रिवाज से शादी कराई गई।
शादी से मना करने पर आरोपितों का कहना था कि उसे दो लाख रुपये में खरीदा गया है। आरोप है कि बंधक बनाकर उसके साथ लगातार दो माह तक दुष्कर्म किया गया है। कुछ महीने पहले वह किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर भाग आई।
इसके बाद पीड़ित ने हरिद्वार के सिडुकल थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उसका मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित करीब पिछले दो महीने से थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की।
आखिर में पीड़ित देहरादून पहुंची और डीआईजी गढ़वाल से पूरे मामले की शिकायत की। डीआईजी गढ़वाल के निर्देश पर सिडकुल थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।




