उत्तराखंड में ‘प्राकृतिक कैद’! पहाड़ों में फंसी सैकड़ों जिंदगियां, मौसम बना दुश्मन

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उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पहाड़ी इलाकों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य के चमोली जिले में एक बार फिर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) अवरुद्ध हो गया है। पीपलकोटी के समीप भनेरपानी क्षेत्र में पहाड़ी से भारी मलबा और पत्थर गिरने के कारण हाईवे बंद हो गया है, जिससे दोनों ओर लगभग 500 यात्री फंस गए हैं।

घटना की सूचना मिलते ही एनएचआईडीसीएल (NHIDCL) की टीम जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंची और मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। हालांकि, लगातार बारिश राहत कार्यों में बाधा बन रही है। प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द मार्ग को खोला जाए और यात्रियों को राहत मिल सके।

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वहीं उत्तरकाशी जिले में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने धराली क्षेत्र में मलबा हटाकर वाहनों की आंशिक आवाजाही शुरू करवा दी है, जिससे कुछ हद तक राहत मिली है। हालांकि, धराली से आगे हर्षिल में बनी अस्थायी झील अब भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। झील का पानी हाईवे के हिस्से को डुबो चुका है, जिससे मार्ग पूरी तरह बाधित है।

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BRO और प्रशासन की टीमें लगातार काम में जुटी हैं, लेकिन उच्च जलस्तर और अनवरत बारिश राहत कार्यों को मुश्किल बना रही है।

स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले मौसम और मार्ग की जानकारी अवश्य लें। पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट का पालन करने की सलाह दी गई है।

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राज्य सरकार और विभिन्न एजेंसियां प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों में तेजी ला रही हैं। लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि आपात स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

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